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कोरोना महामारी का दिखा असर, महज 620 यात्रियों संग वाराणसी से रवाना हुई महानगरी स्पेशल ट्रेन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी, महाराष्ट्र में फैली महामारी का असर इस रूट पर संचालित ट्रेनों पर दिखने लगा है। लॉकडाउन की महाबंदी के बाद मंगलवार को वाराणसी जंक्शन से बनकर चली 01094 महानगरी स्पेशल ट्रेन में महज 620 यात्री ही सवार थे। जनरल बोगियां यहां से पूरी तरह खाली थी।

लॉकडाउन की महाबंदी के बाद वाराणसी जंक्शन मंगलवार को एकबार फिर यात्रियों से गुलजार दिखा। महानगरी एक्सप्रेस यहां से अंतिम बार 24 मार्च को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल(मुंबई) के लिए प्रस्थान हुई थी। इसके पूर्व एक जून की रात 12.10 बजे प्रारंभिक स्टेशन से चलकर यह ट्रेन मंगलवार को सुबह 6.20 बजे वाराणसी जंक्शन पहुंची। सभी यात्रियों का चिकित्सकीय परीक्षण हुआ।


ताप्तीगंगा व पवन ने भी भरी रफ्तार
पुनः पटरी पर लौट रही व्यवस्था के तहत एक जून से प्रमुख रूटों पर नए प्रारूप में चलाया जा रहा है। दो सौ ट्रेनों की सूची में वाराणसी जंक्शन से महानगरी स्पेशल, कामायनी स्पेशल, महामना स्पेशल व साबरमती स्पेशल सहित मंडुआडीह स्टेशन से शिवगंगा स्पेशल ट्रेन शामिल है। इधर से गुजरने वाली ट्रेनों के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया। मंगलवार को ताप्तीगंगा और पवन स्पेशल ट्रेन भी अपने निर्धारित समय पर वाराणसी जंक्शन पहुंची। आंशिक ठहराव के बाद यहां से प्रस्थान कर गई।

श्रमिकों के अरमानों को लेकर बनारस से दिल्ली चली शिवगंगा
भारतीय रेलवे ने सोमवार को जून से आम नागरिकों की सुविधा के लिए 200 यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया है। इसी क्रम में शाम को बनारस के मंडुआडीह स्टेशन से श्रमिकों अरमानों को लेकर शिवगंगा एक्सप्रेस रवाना हुई। इससे पहले वाराणसी जंक्शन से राजगीर से नई दिल्ली को जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस भी पास हुई जिसमें स्थानीय स्टेशन से कुल 75 यात्री नई दिल्ली के लिए सवार हुए।  वहीं, वाराणसी मंडल के मंडुआडीह रेलवे स्टेशन से चलाई जाने वाली गाड़ी 02559 मंडुवाडीह-नई दिल्ली स्पेशल शिवगंगा एक्सप्रेस मंडुआडीह के प्लेटफार्म संख्या आठ से अपने निर्धारित समय पर चलाई गई।


द्वितीय प्रवेश द्वार से नहीं मिला प्रवेश
नए प्रारूप में संचालित ट्रेनों को लेकर स्थानीय रेलवे प्रशासन ने पहले से ही रूपरेखा तैयार कर ली थी। द्वितीय प्रवेश द्वार से किसी को भी परिसर में आने की अनुमति नहीं मिली। 90 मिनट पूर्व प्रथम प्रवेश द्वार से कुछ दूर पहले थर्मल स्कैनिंग के बाद कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को प्रवेश दिया गया। पुराने फुट ओवर ब्रिज से यात्रियों को प्लेटफार्म नंबर पांच की तरफ भेजा गया। यहां से ट्रेन पकड़ने के बाद सभी गन्तव्य को प्रस्थान हुए।

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