Today Breaking News

मोबाइल में आरोग्य सेतु नहीं है तो महामारी एक्ट में दर्ज होगा मुकदमा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर, अब जिला प्रशासन मोबाइल में आरोग्य सेतु एप की रैंडम जांच कराएगा। ऐसे में अगर आपके पास स्मार्ट फोन है और आपने आरोग्य सेतु एप डाउनलोड नहीं किया है तो आपकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। घर से बाहर निकलने से पहले अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु एप जरूर डाउनलोड कर लें। जिला प्रशासन ने इसे अनिवार्य कर दिया है। जांच में बिना एप के पकड़े जाने पर महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

सुरक्षा कवच की तरह काम करेगा एप
कोई भी व्यक्ति गूगल प्ले से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर सकता है। यह पूरी तरह निश्शुल्क है। एप कोरोना संक्रमण से बचाव में सुरक्षा कवच की तरह काम करेगा। इसके माध्यम से स्वयं को सुरक्षित रखते हुए समाज को भी सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। यह एप आपको संक्रमित क्षेत्र में जाने से रोकने के साथ ही संक्रमित व्यक्ति के बारे में भी अलर्ट करता है। जिले में स्मार्ट फोन यूजर की संख्या 20.5  लाख के करीब है। इससे बड़ी हैरानी की बात तो यह है कि डाउनलोड कर चुके आरोग्य सेतु यूजर में महज चार से पांच फीसदी यूजर ही रोजाना सेल्फ एसेसमेंट कर रहे हैं।

आरोग्य सेतु एप के फीचर
आरोग्य सेतु एप को गूगल प्ले-स्टोर और एपल के एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इस एप में मोबाइल नंबर को रजिस्टर करना होगा। इसके बाद यह एप आपकी लोकेशन के आधार पर कोरोना से खतरे के प्रति आगाह करेगा। इस एप में ‘सेल्फ असेसमेंट टेस्ट’ फीचर भी है जिसकी मदद से आप लक्षण बताकर कोरोना वायरस से संक्रमण के जोखिम के बारे में पता लगा सकते हैं।

यहां से करें इंस्‍टाल
आरोग्य सेतु एप इंस्टाल करने के लिए प्ले-स्टोर में जाएं। वहां से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करें। डाउनलोड करने के बाद जरूरी सूचनाएं दर्ज कर दें। सूचनाएं दर्ज करने के बाद उसे रोजाना अपडेट करते रहें।

कोरोेना से अलर्ट रहने के लिए आरोग्य सेतु एप इंस्टाल करने के बाद हमेशा ब्लू टूथ और लोकेशन ऑन रखना है। अगर गलती से ब्लू टूथ बंद भी हो जाता है तो आपको एप अलर्ट करेगा कि ब्लू टूथ बंद है उसे ऑन करें। ब्लू टूथ आन रहने पर एप बताएगा कि आप जहां है वहां कोई कोरोना मरीज तो नहीं है।

अब सभी के लिए आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करना अनिवार्य कर दिया गया है। चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मियों को भी आने-जाने वाले लोगों के मोबाइल की रैंडम जांच के निर्देश दिए गए हैं। एप डाउनलोड नहीं मिलने पर उसे तुरंत डाउनलोड कराया जाएगा, नहीं मानने पर महामारी एक्ट में कार्रवाई की जाएगी। - के. विजयेंद्र पांडियन, जिलाधिकारी
'