फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी कर रहा शिक्षक और क्लर्क गिरफ्तार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, देवरिया। फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर 25 जिलों में काम करने वाली अनामिका शुक्ल केस की परतें खुलने के साथ ही उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में एक से बढ़कर एक जालसाजी के मामले खुल रहे हैं। मंगलवार को बीए के फर्जी प्रमाण पत्र पर परिषदीय विद्यालय में नौकरी करने वाले एक शिक्षक को एसटीएफ ने दबोच लिया। फर्जी शिक्षक की निशानदेही पर जालसाजी में लिप्त मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज के प्रधान लिपिक को भी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ के इंस्पेक्टर की तहरीर पर खुखुंदू पुलिस ने दोनों के विरुद्ध धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। दोनों की गिरफ्तारी से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। खुखुन्दू थाना क्षेत्र के शेरवां बभनौली गांव के रहने वाले नथुनी प्रसाद ( उम्र 45 वर्ष) पुत्र स्व रामानंद प्रसाद भलुवनी विकास खण्ड के प्राथमिक विद्यालय जमुना छापर में प्रभारी प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत हैं। एसटीएफ गोरखपुर के इंस्पेक्टर सत्यप्रकाश सिंह बेसिक शिक्षा विभाग में हुए फर्जी नियुक्ति की जांच कर रहे हैं। एसटीएफ ने नथुनी प्रसाद के प्रमाण पत्रों की जांच की तो मदन मोहन मालवीय पीजी कालेज के बीए का प्रमाणपत्र कूटरचित निकला।
एसटीएफ ने मंगलवार की शाम को नथुनी प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया। उससे एसटीएफ ने बीए का फर्जी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने वाले गैंग के बारे में पूछताछ की। नथुनी की निशानदेही पर एसटीएफ ने रात में ही भाटपाररानी कस्बा के चीकटोली मोहल्ले से प्रधान लिपिक शिव प्रसाद पुत्र स्व. गुज्जर निवासी चकिया भाटपाररानी को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ की पूछताछ में शिक्षक ने बताया कि बीएड करने के बाद भी मेरिट के चलते नियुक्ति नहीं हो पा रही थी।
तब उसने अपने रिश्तेदार मदन मोहन मालवीय पीजी कालेज के प्रधान लिपिक शिव प्रसाद से सम्पर्क किया तो वहां से उसने दूसरे के नाम का बीए का सर्टिफिकेट उसके नाम से बनाकर अधिक नम्बर चढ़ाकर दे दिए। जिसके सहारे परिषदीय विद्यालय में शिक्षक नियुक्त हो गया। मदन मोहन मालवीय पीजी कालेज के प्रधान लिपिक शिव प्रसाद ने बताया कि महाविद्यालय के लिपिक बिन्दू और विशवविद्यालय के परीक्षा विभाग का चपरासी प्रेमनाथ के साथ मिलकर फर्जी प्रमाण बनवाने का कार्य करते थे। फर्जी प्रमाण पत्र के आधार कर दर्जनों लोगों को परिषदीय विद्यालय में नौकरी दिलाई है।
एसटीएफ के इंस्पेक्टर ने दोनों जालसाजों के विरुद्ध खुखुन्दू पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने नथुनी प्रसाद निवासी शेरवा बभनौली थाना खुखुन्दू और शिव प्रसाद पुत्र स्व. गुज्जर निवासी चकिया भाटपाररानी के विरुद्ध धारा 419, 420, 467, 468, 471, 474 और 120 बी आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
प्रधान लिपिक पहले भी जा चुका है जेल
मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज का प्रधान लिपिक शिव प्रसाद छात्रवृत्ति घोटाले के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है। फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में भी मंगलवार की देर शाम उसे उसके आवास से गिरफ्तार कर खुखुंदू थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।