लंदन-दुबई के बाद ढाका से वाराणसी पहुंचे प्रवासी, तीन बसों से भेजे गए घर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वंदेभारत मिशन के तहत एक और विमान मंगलवार को वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचा। इस बार बंग्लादेश में फंसे भारतीयों को लेकर ढाका से एयर इंडिया का विमान बनारस आया। विमान में यूपी के विभिन्न जिलों के 67 यात्री सवार थे। सभी को तीन बसों से गृह जिलों में भेजा गया। इससे पहले लंदन और दुबई से प्रवासी यात्री बनारस पहुंचे थे।
ढाका से एयर इंडिया का विमान 35 मिनट की देरी से दोपहर 1.05 बजे पहुंचा। विमान के यहां पहुंचने पर सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए बारी-बारी से यात्रियों को बाहर निकाला गया। एयरपोर्ट पर विशेष मेडिकल टीम की ओर से थर्मल स्क्रीनिंग के बाद कोविड-19 को लेकर जारी फार्म भरवाया गया। इसमें यात्रियों को अपना पूरा विवरण देना था। सभी यात्रियों के हाथों पर होम क्वारंटीन का मुहर भी लगाया गया।
प्रवासियों के बैग को सेनेटाइज कराया गया। इमीग्रेशन कस्टम जांच के बाद बसों से अंबेडकर नगर, बस्ती, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, गाजीपुर, बलिया, छपरा, बहराइच, पीलीभीत, अलीगढ़ के लिए बस से भेजा गया। बनारस पहुंचे यात्रियों को बांग्लादेश भारत मैत्रिक पावर प्रोजेक्ट में काम करने के लिए भेजा गया था।इनके लिए बसों का इंतजाम बीएचईएल की तरफ से किया गया था। बीएचईएल के एचआर हेड संतोष गुप्ता ने बताया कि प्रवासियों को बस से उनके गृह जनपदों में भेजा गया। लॉकडाउन के दौरान ढाका से तीसरा अंतरराष्ट्रीय विमान बनारस पहुंचा है। इससे पहले 18 मई को लंदन से 82 यात्रियों को लाया गया था। 29 मई को दुबई फ्लाइंग का विमान दुबई से 189 यात्रियों को लेकर पहुंचा था।
विमान से पहुंचे कुशीनगर के रुस्तम अली ने बताया कि पॉवर प्लांट में काम करता था। तीन महीने से काम बंद है, खाना तो कम्पनी देती थी लेकिन बहुत परेशानी थी। एक ही जगह बन्द रहना पड़ रहा था। बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा था। बहराइच के मनोज ने कहा कि जनवरी में गया था। ढाका पॉवर प्लांट में ब्यॉयलर में काम करता था। कोरोना के चलते तीन महीने से काम बंद है। अपने वतन पहुंचने पर खुशी हो रही है, लंबे समय से घर नहीं गया हूं।गोरखपुर के उमेश यादव के अनुसार कंपनी बंद हो जाने से बैठे थे। खाना पीना तो मिल जाता था लेकिन कोरोना महामारी से डर बना हुआ है। किसी तरह अपने देश वापस पहुंच गए हैं। अब अच्छा लग रहा है।