स्वतंत्रता दिवस पर नन्हे कलाम कुंवर दिव्यांश सिंह की वीरता को देश करेगा सलाम, छोटी सी उम्र में खड़ी की पुरस्कारों की इमारत
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी के नन्हे 'कलाम' कुंवर दिव्यांश सिंह की जांबाजी को पूरा देश सलाम करेगा, जब उन्हें राष्ट्रपति का जीवन रक्षा पदक मिलेगा। उनको यह सम्मान उस बहादुरी के लिए मिलेगा, जिसके तहत 31 दिसंबर 2018 को स्कूल से लौटते समय रास्ते में सांड़ के हमले से अपने छोटी बहन समेत आठ बच्चों को बचाया था। हर साल यह पुरस्कार विज्ञान के क्षेत्र में नए नवाचार और वीरता का प्रदर्शन करने वाले बच्चों को दिया जाता है।
दिव्यांश की बहादुरी और नवाचार को देखते हुए स्कूल और मुहल्ले में अभी से प्यार से उन्हें नन्हा 'कलाम' बुलाने लगे हैं। बहन समेत आठ बच्चों को बचाने में हुए गंभीर रूप से घायल मूलरूप से बाराबंकी के दशहरा बाग निवासी दिव्यांश सिंह वहां जयपुरिया स्कूल से 31 दिसंबर 2018 को घर लौट रहे थे। तभी सामने से आ रहे सांड़ ने दिव्यांश की छोटी बहन पर हमला बोल दिया था। उसके साथ सात और बच्चे थे। दिव्यांश ने बिना डरे हुए सांड़ पर बैग से ताबड़तोड़ कई प्रहार किए और उसकी पूछ पकड़ कर लटक गए। इसी बीच पेन की नोक से सांड़ पर कई वार किए। पेन चुभने से सांड़ भाग निकला। इस बीच आस-पड़ोस के लोग भी आ गए।
बहन और बच्चों को बचाने के दौरान दिव्यांश गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालात सामान्य होने पर दिव्यांश को सम्मानित किया गया। दिव्यांश अब लखनऊ पब्लिक स्कूल जानकीपुरम ब्रांच से 10वीं के छात्र हैं। रिंग रोड जवाहर विहार कॉलोनी में रहते हैं। परिवार में पिता डॉ. डीबी सिंह, डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विवि में एसोसिएट डीन छात्र कल्याण हैं। मां डॉ. विनीता सिंह एक पीजी कॉलेज में हिंदी की विभागाध्यक्ष हैं और बहन समृद्धि कुंवर हैं।
छोटी सी उम्र में खड़ी की पुरस्कारों की इमारत
- 2019 में महामहिम राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा वीरता के क्षेत्र में सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, जीवन रक्षा पदक के लिए संस्तुति
- 2019 में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भारत सरकार द्वारा नवाचार प्रतियोगिता में राज्य नवाचार पुरस्कार में द्वितीय स्थान
- 2019 में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भारत सरकार द्वारा आयोजित इंस्पायर अवॉर्ड मानक प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर चयनित
- 2018 में तत्कालीन पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी एवं तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार 2018 के लिए सम्मानित
- 2018 में ही तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक की ओर से राष्ट्रीय बाल कल्याण परिषद के राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से पुरस्कृत
- 2018 में सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा रानी लक्ष्मी बाई वीरता पुरस्कार
- 2018 में साउथ एशिया का यंग चाइल्ड अवॉर्ड फॉर साइंटिफिक इनोवेशन।