रायबरेली में कांग्रेस के जिला सचिव की कोरोना से मौत, बढ़ रही पॉजिटिव की संख्या
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का संक्रमण अब थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार के तमाम जतन के बाद भी अब इसने गांवों की ओर रुख किया है। प्रदेश में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में संक्रमितों के साथ मृतकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। इसी बीच रायबरेली में कांग्रेस जिला सचिव की कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हो गई। मुरादाबाद में कोर्ट मोहर्रिर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से कोर्ट को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप अब तेजी से बढ़ता ही जा रहा रहा है। बीते 24 घंटे में रिकॉर्ड 630 नए मामले सामने आए हैं। इसके सात ही कुल संक्रमितों की संख्या 16 हजार पार कर गई है जबकि 489 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बीते 24 घंटे में 630 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या 15 हजार 827 हो गई है। अभी तक 9638 लोग इलाज के बाद पूर्णत उपचारित हो चुके हैं और उन्हेंं अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। वहीं राज्य में अभी कोरोना के 5659 सक्रिय मामले हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। प्रसाद ने कहा कि इस महामारी की चपेट में आकर राज्य में अभी तक 489 लोगों की जान गई है।
लगातार बढ़ रहे पॉजिटिव
किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में बुधवार रात 2622 सैंपलों की जांच की गई। जिसमें से 78 की रिपोर्ट पॉजिटिव है। इनमें लखनऊ के 23, कन्नौज के 11, मुरादाबाद के 14, संभल के दो, अयोध्या के नौ, बाराबंकी के सात, देवरिया के छह, शाहजहांपुर के तीन तथा फर्रुखाबाद, बलरामपुर व हरदोई के एक-एक संक्रमित हैं। लखनऊ में आज जो नौ मामले बढ़े है, उनमें डालीगंज के तीन, गोमती नगर के दो और चिनहट, अमीनाबाद, इंदिरानगर व चौक के एक-एक केस हैं।
रायबरेली के कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने एसजीपीजीआई में दम तोड़ा
रायबरेली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पार्टी के जिला सचिव नजमुल हसन का बुधवार की रात लखनऊ में इलाज के दौरान निधन हो गया। इनका लिवर व किडनी का काफी दिन से संजय गांधी पीजीआई में इलाज चल रहा था। हसन पार्टी के जुझारू नेता के साथ सामाजिक कार्यकर्ता भी थे। नजमुल हसन पार्टी के जिला सचिव के साथ ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र के सह प्रभारी का भी जिम्मेदारी निभा रहे थे। वह ऊंचाहार नगर पंचायत के अध्यक्ष का चुनाव भी लड़ चुके थे। रायबरेली सीएमओ ने बताया कि ऊंचाहार का मृतक नजमुल हसन कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।
मुरादाबाद में दो कोर्ट मोहर्रिर पॉजिटिव, दो दिन कोर्ट बंद
मुरादाबाद में टेस्टिंग में तेजी आने के साथ ही संक्रमितों की संख्या भी बढ़ रही है। गुरुवार को मुरादाबाद में 16 लोग संक्रमित मिले, जबकि 187 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। संक्रमितों में दो कोर्ट मोहर्रिर शामिल हैं। इन दोनों के संक्रमित मिलने के बाद जिला एवं सत्र न्यायधीश ने दो दिनों के लिए कोर्ट को बंद कर दिया है। जनपद में अभी तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 342 हो गई है। जबकि 251 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं।
पश्चिम यूपी के जिले बने सिरदर्द
प्रदेश में यूपी में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। पश्चिम उत्तर प्रदेश के जिले सरकार के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। यहां एक्टिव केस में कई गुना की बढ़ोतरी हुई है। अगर बीते एक जून से अभी तक की तुलना की जाए तो बुलंदशहर में सिर्फ 40 एक्टिव केस थे जो बढ़कर अब 230 हो गए हैं। यहां छह गुना बढ़ोतरी हुई है । नोएडा में एक्टिव केस 194 से बढ़कर 585 हो गए हैं। गाजियाबाद में 110 से बढ़कर 306। यही स्थिति पश्चिम के अन्य जिलों की है। पश्चिम के जिलों में स्थिति में सुधार के लिए की कमान अब वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है।
शामली में दिल्ली पुलिस का सिपाही संक्रमित
शामली में गुरुवार को पांच कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। यहां पर भी संख्या लगातार बढ़ रही है। इन पांच में दिल्ली पुलिस का सिपाही भी शामिल। शामली में एक्टिव केस 21 और कुल केस हुए 62 हैं।
गोरखपुर में दस नए पॉजिटिव
गोरखपुर में आज कुल 123 नमूनों की जांच रिपोर्ट जारी हुई। जिसमें 113 निगेटिव व 10 पॉजिटिव पाए गए। इसमें एम्स गोरखपुर में निर्माण कार्य कराने वाली निजी कंपनी का एक कर्मचारी भी शामिल है। कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 206 हो गई है। इसमें से 113 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। आठ की मौत हो चुकी है।
कानपुर में स्थिति गंभीर
कानपुर को कोरोना अपनी जकड़ में ले चुका है। सोमवार को स्वरूप नगर के बालिका संरक्षक गृह की 18 संवासिनी और राजकीय बाल बालिका गृह की 15 किशोरियों समेत 58 कोरोना पॉजिटिव आए हैं। उसी तेजी से कोरोना संक्रमित स्वस्थ भी हो रहे हैं। बुधवार को 28 और मरीज कोरोना को हराने में कामयाब हो गये। इसमें मंधना के रामा मेडिकल कॉलेज से 11, रामा देवी के कांशीराम संयुक्त चिकित्सालय से नौ और हैलट अस्पताल से आठ लोग स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए। उन्हेंंं डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टॉफ और कर्मचारियों ने तालियां बजाकर विदा किया। अब जिले में स्वस्थ होने वालों की संख्या 479 हो गई है। जिले का रिकवरी रेट 56.89 फीसदी पर पहुंच गया है। बुधवार को 58 और में कोरोना की संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसमें जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की कोविड लैब से 51 और सात प्राइवेट लैब की जांच में पॉजिटिव आए हैैं। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने बताया कि अब जिले में कोरोना मरीजों की संख्या आठ सौ का आंकड़ा पार करते हुए 842 पर पहुंच गई है, उसमें से 30 की मौत हो चुकी है। अब एक्टिव केस 333 हैं। मंधना के रामा मेडिकल कॉलेज, कांशीराम संयुक्त चिकित्सालय एवं ट्रामा सेंटर और हैलट के न्यूरो साइंस सेंटर के कोविड-19 हॉस्पिटल में मरीजों की दूसरी रिपोर्ट बुधवार को निगेटिव आने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।
सीओ कल्याणपुर ट्रू-नॉट से पॉजिटिव, हैलट में भर्ती
बुखार एवं गले में तकलीफ होने पर सीओ कल्याणपुर का सैंपल लेकर जांच कराई गई थी। ट्रू-नॉट जांच में पॉजिटिव आए हैं। उनका सैंपल आरटी-पीसीआर जांच के लिए भेजा गया है। देर रात उन्हेंंं हैलट अस्पताल के कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
लगातार बढ़ रही है टेस्टिंग क्षमता
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि हम लगातार अपनी टेस्टिंग क्षमता को बढ़ा रहे हैं। प्रदेश में अभी तक कुल 5 लाख 15 हजार 280 सैंपल की जांच हो चुकी है। बुधवार को विभिन्न लैब में 16 हजार 546 सैंपल की टेस्टिंग हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के मुताबिक, हम आने वाले 20 जून तक अपनी क्षमता को बढ़ा कर प्रतिदिन 20 हजार टेस्ट करने लगेंगे। इसके लिए हम लगातार प्रयासरत हैं। प्रदेश में लोग आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐप से मिल रहे अलर्ट के आधार पर स्टेट कंट्रोल रूम से कॉल कर हाल चाल भी लिया जा रहा है। इसके साथ ही प्रवासियों के ट्रैकिंग का काम भी चल रहा है। आशा वर्कर से प्राप्त डेटा के आधार पर टेस्टिंग का काम भी किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रदेश में अभी तक साढ़े चार करोड़ लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग भी हो चुकी है। अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि कोरोना एक संक्रामक बीमारी है। यह किसी को भी हो सकती है। ऐसे भी सभी लोग अपना ध्यान रखें। बाहर निकलें तो मास्क लगाएं और दो गज दूरी के नियम का पालन करें। उन्होंने कहा कि अगर किसी में भी लक्षण दिखते हैं तो वो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे और अपनी जांच कराए। जांच और उपचार की व्यवस्था उत्तर प्रदेश में नि:शुल्क है।