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प्रधानमंत्री आर्थिक पैकेज में 2002 करोड़ पाने वाला यूपी पहला राज्य : सीएम

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री द्वारा घोषित आर्थिक पैकेज में प्रदेश पहला राज्य बना, जिसमें 2002 करोड़ रुपये एमएसएमई उद्योगों को दिए गए हैं। कोरोना संकट के इस वैश्विक आपदाकाल में हम भाग्यशाली हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व है। जिनके दूरदर्शी एवं त्वरित निर्णय के कारण पूरे विश्व की तुलना में भारत सबसे कम प्रभावित देशों में शामिल हैं। 

मुख्यमंत्री सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के एमएसएमई वर्चुअल सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस संवाद में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह भी मौजूद रहे। प्रस्तावना काबीना मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने रखी। संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर ने किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय पूरे देश की तुलना में सबसे अधिक थी, लेकिन बाद में यह प्रदेश सबसे पीछे हो गया। कारण स्पष्ट था कि प्रदेश के लघु एवं मध्यम उद्योगों को तबाह किया गया। आज हम आर्थिक, सामाजिक विकास की हर कड़ी को आगे लेकर बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों में कोरोना के बीच समस्याओं का समाधान तलाशा है।

समाज के अंतिम पायदान तक खड़े लोगों तक जरूरत की पूरी सहायता पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव में भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में कहा था कि सत्ता में आने के बाद भाजपा परंपरागत उद्योगों को गति देगी। सरकार बनने के बाद हमने सबसे पहले हर जिले की मैपिंग कराई तो पता चला कि प्रदेश के 75 में से 57 जिलों के अपने उत्पाद हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में एग्रीकल्चर के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। प्रदेश में ओडीओपी के कारण प्रदेश की एक्सपोर्ट क्षमता इस साल 28 प्रतिशत बढ़ी है। जिसमें 80 फीसदी हिस्सा केवल एक जिला एक उत्पाद का है। पैकेजिंग, ब्रांडिग के माध्यम से प्रदेश इसे आगे लेकर बढ़ रहा है। 

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश के युवाओं का भविष्य संवारने के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की स्थापना में उत्तर प्रदेश में देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। सरकार के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश में 90 लाख एमएसएमई इकाईयां हैं। हमारे मुख्यमंत्री की इच्छा है कि प्रदेश एमएसएमई का हब बने। उनकी इस इच्छा के अनुरूप प्रदेश आगे बढ़ रहा है। 
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