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मायावती के बाद ओमप्रकाश राजभर ने भी CM योगी आदित्यनाथ के कदम को सराहा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ, कोरोना वायरस के संक्रमण काल में भी उत्तर प्रदेश में अपराधियों पर सीएम योगी आदित्यनाथ का शिकंजा कसता जा रहा है। इनमें भी दलित तथा महिला उत्पीड़न के मामले में उनकी कार्रवाई को बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के बाद सुहेलदेव भरतीय समाज पार्टी (एसपीएसबी) के अध्यक्ष तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भी जमकर सराहा है। 

बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने उत्तर प्रदेश में दलित उत्पीड़न के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की कार्रवाई को सराहा है। मायावती ने कहा कि भले ही यह देर से हुई, लेकिन कार्रवाई दुरुस्त है। मायावती ने इसको लेकर शनिवार को तीन ट्वीट किया है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार को भी सलाह भी दी है। सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने शनिवार को कहा कि अभी हाल ही में आजमगढ़ में दलित बेटी के साथ हुये उत्पीड़न के मामले में कार्रवाई को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भले ही देर से कार्रवाई की, लेकिन दुरुस्त की। वह देर से आये पर दुरस्त आये, यह अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि बहन-बेटियों के मामले में कार्रवाई आगे भी तुरन्त व समय से होनी चाहिये तो यह काफी बेहतर होगा।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में चाहे चाहे आजमगढ़, कानपुर या अन्य किसी भी जिले में खासकर दलित बहन-बेटी के साथ हुये उत्पीड़न का मामला हो या फिर अन्य किसी भी जाति व धर्म की बहन-बेटी के साथ हुए उत्पीडऩ का मामला हो, उसकी जितनी भी निन्दा की जाये, वह कम है। इसके साथ ही, चाहे इसके दोषी किसी भी धर्म, जाति व पार्टी के बड़े से बड़े नेता व कितने भी प्रभावशाली व्यक्ति क्यों ना हो, उनके विरूद्व तुरन्त व सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चहिये। 

राजभर ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ के एक्शन को सराहा
योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे ओम प्रकाश राजभर ने जौनपुर के साथ आजमगढ़ में दलित उत्पीड़न  के मामले में आरोपियों के साथ ही साथ जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एक्शन को काफी सराहा है। ओम प्रकाश राजभर ने ट्वीट किया है कि उत्तर प्रदेश में किसी भी पिछड़े, दलित तथा गरीब के साथ अन्याय की जितना भी निंदा किया जाय कम है। इसमें दोषी चाहे किसी भी जाति समुदाय का हो, अगर वह गलत करता है तो उसके विरुद्ध तुरंत सख्त कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए।

अभी हाल ही में जौनपुर व आजमगढ़ में दलित समुदाय के साथ अन्याय हुआ। इसमें मुख्यमंत्री योगा आदित्यनाथ जी ने ,देर से ही सही लेकिन कठोर कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के लिए मैं उनको धन्यवाद देता हूं। राजभर ने कहा कि लेकिन प्रतापगढ़, जौनपुर या अन्य जिले में पिछड़े वर्ग के साथ उत्पीड़न के जो भी मामले सामने आए, उसमें पुलिस लीपापोती करने में लगी है। इनके साथ अन्याय अत्याचार हुआ है, अब तो तत्काल इस पर भी इसी प्रकार की कार्रवाई होनी चाहिए।

आजमगढ़ में दलित किशोरी के साथ छेड़खानी के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोपी परवेज, फैजान, नूरआलम, सदरे आलम समेत 12 गिरफ्तार और 7 फरार आरोपियों पर तत्काल एनएसए (NSA) लगाने का आदेश दिया था। वहीं फरार आरोपियों पर ईनाम घोषित करने के साथ ही लापरवाह एसएचओ पर एक्शन का आदेश दिया।

गौरतलब है कि आजमगढ़ में ट्यूबवेल पर पानी लेने जाने वाली दलित बालिकाओं के साथ अक्सर छेड़छाड़ करने वाले कुछ मुस्लिम युवकों ने जब गुरुवार को मारपीट की तो मामला तूल पकड़ गया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसमें 12 आरोपितों के खिलाफ एनएसए लगाने के साथ थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया। 12 में सात आरोपित गिरफतार हैं जबकि फरार पांच के खिलाफ 25-25 हजार का ईनाम भी घोषित किया गया है.

इसी तरह से मंगलवार को जौनपुर से 25 किमी दूर सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के भदेठी गांव में मंगलवार की देर रात बच्चों के विवाद में वर्ग विशेष के लोगों के मारपीट व पीडि़तों का घर फूंकने की घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लेते हुए आरोपितों पर रासुका लगाने के साथ ही पीडि़तों को मुख्यमंत्री राहत कोष से दस लाख 26 हजार 450 रुपये देने का आदेश दिया है।

इसके साथ ही समाज कल्याण विभाग से भी पीडि़तों को बतौर मदद एक लाख रुपये की सहायता राशि देने का निर्देश दिया। इसके अलावा उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत घर भी मिलेगा। घटना में लापरवाही बरतने वाले थानाध्यक्ष पर भी विभागीय जांच के आदेश दिया।

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