ऐसी घटना सुनकर दिमाग पड़ जाए सुन्न, पिता ने मासूम बेटे को फांसी पर लटका खुद खाया जहर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर, एक मां जब अपने बेटे को गोद में उठाती है तो इशारे से वह दिखाती है जो वो खुद देख रही होती है लेकिन एक पिता जब बेटे को कंधे पर बिठाता है तो वह दिखाने की कोशिश करता है जो वो खुद भी नहीं देख पा रहा होता है। ऐसा होता है एक पिता का प्यार, बाहर से कठोर और अंदर से इतना नरम कि मखमल की भी क्या मिसाल। ऐसे में जब एक पिता अपने नासमझ मासूम बेटे को अपने ही हाथों से मार दे और खुद भी जहर खा ले तो आखिर क्यों का सवाल जेहन में उठना लाजमी है। कलेजे के टुकड़े को मौत देने की सोचने मात्र से ही रूह कांप जाती है, ऐसी दिल दहला देने वाली घटना फतेहपुर के जहानाबाद के गांव में हुई है, जिसे सुनने के बाद लोगों का दिमाग ही एक पल के लिए सुन्न सा हो गया। अब कोई उस पिता को हैवान बता रहा तो कोई कारण जानने का प्रयास कर रहा है।
हंसते खेलते परिवार को लगी नजर
कानपुर के प्रेमपुर गांव में रहने वाले संतोष उत्तम की पुत्री राधा की शादी सात साल पहले फतेहपुर के जहानाबाद के घनश्यामपुर गांव निवासी 32 वर्षीय राम बहादुर उत्तम से हुई थी। शादी के बाद हंसी खुशी जिंदगी चल रही थी और एक साल के अंदर ही राधा ने पुत्र को जन्म दिया था। राधा और रामबहादुर ने मिलकर बेटे का नाम आयुष रखा था, जो अब छह साल का हो गया था। आयुष को कंधे पर बिठाकर और गोद में उठाकर राम बहादुर अक्सर घुमाया करता था। बीते एक साल से परिवार की खुशी की किसी की नजर लग गई और पति-पत्नी के बीच कहासुनी शुरू हो गई। मनमुटाव इतना बढ़ता चला गया कि कई-कई दिन तक दोनों में बोलचाल बंद रहने लगी। दोनों जब भी बात करते तो छोटी-छोटी बात पर बहस शुरू हो जाती थी।
बेटे को नहलाने ले जाने पर हुआ पत्नी से विवाद
मंगलवार की शाम करीब 5 बजे घर में राम बहादुर ने आयुष को गोद में उठाकर नहलाने के लिए ले जा रहा था, इसपर राधा ने उसे नहलाने से रोक दिया। इसी बात को लेकर राधा और रामबहादुर में बहस शुरू हो गई और काफी देर तक झगड़ा होता रहा। इसके बाद राम बहादुर ने आयुष को गोद में उठया और घर के अंदर जाकर दरवाजे की कुंडी बंद कर ली। इसके बाद रामबहादुर ने बेल्ट से मासूम बेटे का गला घोटकर मार दिया और फिर बेल्ट के फंदे उसे खूंटी पर लटका दिया और फिर उसने खुद भी जहर खा लिया। बाहर से राधा दरवाजा खोलने के लिए चीखती चिल्लाती रही लेकिन रामबहादुर ने दरवाजा नहीं खोला।
खूंटी पर लटक रहा बेटे का शव, जमीन पर बेहोश पड़ा था पिता
कुछ देर बाद अंदर से आवाज आनी बंद हो गई तो राधार को अनहोनी की शंका होने लगी और उसने तेज तेज शोर मचाना शुरू कर दिया। उसकी चीख पुकार सुनकर पड़ोसी और स्वजन दौड़कर पहुंचे। पड़ोसियों ने घर का दरवाजा तोड़ा तो अंदर का नजारा देखकर एक पल उनके कदम ठिठक गए। रामबहादुर बेहोशी की हालत में जमीन पर पड़ा था और मासूम का शव खूंटी पर लटक रहा था। आनन फानन घर वाले रामबहादुर को सीएचसी ले गए, जहां से चिकित्सक ने गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
बेटे की मौत और अस्पताल में जिंदगी के लए जूझ रहे पति की हैवानियत से राधा को गहरा सदमा लगा है, वह होश में आते ही बेहोश हो जा रही है। थाना प्रभारी संतोष शर्मा ने बताया कि पत्नी बेहोश है, युवक की हालत गंभीर है, अभी घटना का सही कारण पता नहीं चल सका है। घर वाले पति-पत्नी के बीच विवाद की बात कह रहे हैं लेकिन कारण स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं।