25 जिलों में नौकरी करने वाली अनामिका कहीं बनी शादीशुदा तो कहीं कुंवारी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, चर्चित शिक्षिका फर्जीवाड़े की मुख्य किरदार अनामिका शुक्ला ने हर जिले में अपने नाम के साथ भी हेरफेर किया है। अलीगढ़ में शादीशुदा बनकर उसने अपने नाम के आगे श्रीमती लगाया है तो कासगंज में कुंवारी बनकर नौकरी करती रही। विभाग की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कहीं श्रीमती तो कहीं अनामिका दर्ज किया गया है।
सूबे के 25 जिलों में अनामिका शुक्ला के नाम पर नौकरी करने वाली महिलाओं के दस्तावेजों में किसी जनपद में अनामिका शुक्ला तो कहीं पर श्रीमती अनामिका शुक्ला के नाम से दस्तावेज लगे हैं। कहीं कही तो कुंवारी अनामिका भी लिखा है। बीएसए कासगंज अंजली अग्रवाल के मुताबिक कासगंज में कुंवारी अनामिका के नाम से दस्तावेज लगाए गए हैं जबकि अलीगढ़ में श्रीमती अनामिका शुक्ला पुत्री सुभाष चंद शुक्ला के नाम से शैक्षिक प्रमाण पत्र लगाये गए हैं।
कासगंज में पकड़ी गई सुप्रिया अविवाहित
जबकि उसके नाम पर कासगंज में नौकरी करती पकड़ी शिक्षिक सुप्रिया सिंह अविवाहित है। इस पर भी चयनकर्ताओं का कतई ध्यान नहीं गया। जिससे सुप्रिया ठाठ से विज्ञान की शिक्षिका बनकर कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में नौकरी करती रही।
सुप्रिया का पिता कायमगंज में मनरेगा मजदूर
कासगंज। अनामिका शुक्ला के नाम से नौकरी करने वाली सुप्रिया सिंह के पिता महीपाल कायमगंज के अपने गांव में ही मनरेगा का मजदूर है। गांव में ही मजदूरी करके अपने परिवार का पालन करता है। पुलिस को उसके मजदूरी करने के बारे में जानकारी मिली है।
पांच टीमें लगी हैं अनामिका केस खंगालने में
एएसपी पवित्रमोहन त्रिपाठी ने बताया कि, अनामिका शुक्ला शिक्षिका केस के मामले में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जनपद पुलिस की पांच टीमें लगाई गई हैं। सभी टीमें अपना काम करने में लगी हैं, जल्द ही केस से संबंधित लोगों को चिह्नित कर गिरफ्तारी की जाएगी।
सुप्रिया को नीतू ने अनामिका के दस्तावेज तोते की तरह रटाये
पुलिस टीम द्वारा कायमगंज के गांव रजपालपुर में जांच की तो बहुत सी चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। सुप्रिया के पिता ने पुलिस अधिकारियों से बातचीत में कई बातों का जिक्र किया है। जिसमें नीतू और सुप्रिया के बीच हुई बातचीत के बारे में भी बताया।
अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन ने बताया कि कायमगंज के गांव रजपालपुर के सुप्रिया के पिता ने बातचीत की थी, जिसमें उसने बताया कि, रुपये लेकर नीतू ने अनामिका शुक्ला के बारे में शैक्षिक प्रमाण पत्र और अनामिका के नाम को रटाया था। जिससे सुप्रिया कासगंज में नौकरी के दौरान अपने आप को अनामिका शुक्ला बताती रही।