करीब ढाई महीने बाद कैंट से गुजरेगी श्रमजीवी,मंडुवाडीह से चलेगी शिवगंगा,स्टेशन पर विशेष इंतजाम
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. पहली जून से देश में शुरू हो रही दो सौ ट्रेनों के क्रम में वाराणसी से भी कई ट्रेनों की शुरुआत होने जा रही है। बनारस के मुख्य स्टेशन कैंट यानी वाराणसी जंक्शन से पहले दिन तो कोई ट्रेन नहीं चलेगी लेकिन पटना से नई दिल्ली जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस यहां से गुजरेगी। वाराणसी के ही मंडुवाडीह स्टेशन से शिवगंगा एक्सप्रेस नई दिल्ली के लिए रवाना होगी। कोरोना को देखते हुए दोनों ही स्टेशनों पर विशेष व्यवस्था की गई है। इन ट्रेनों का नाम भले ही पुराना है लेकिन यह ट्रेनें फिलहाल बतौर स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही हैं। 22 मार्च जनता कर्फ्यू वाले दिन से ही यह ट्रेनें नहीं चल रही हैं।
मंडुवाडीह से शिवगंगा प्लेटफार्म संख्या आठ से शाम 7.55 पर रवाना होगी। वापसी में भी प्लेटफार्म आठ पर ही आयेगी। मंडुवाडीह स्टेशन पर प्रवेश के लिए यात्रियों को स्टेशन के द्वितीय प्रवेश द्वार पर आना होगा और उसी से बाहर भी निकलना होगा। रेलवे प्रशासन की ओर से जारी पैसेंजर गाइडलाइंस के अनुसार ट्रेन खुलने के 90 मिनट पहले स्टेशन पहुंचना होगा।
केवल कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को ही स्टेशन पर प्रवेश दिया जाएगा। बिना टिकट परिसर में भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यात्रा के दौरान सभी यात्रियों को फेस कवर, मास्क पहनना होगा। साथ ही स्टेशन और ट्रेनों के अंदर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
वहीं वाराणसी जंक्शन से श्रमजीवी एक्सप्रेस गुजरेगी। यह ट्रेन दोपहर 3.05 बजे प्लेटफार्म नंबर पांच पर आएगी। यहां 10 मिनट का ठहराव होगा। श्रमजीवी के ठहराव के दौरान यात्री स्टाल से पानी और खाने की सामग्रियां ले सकेंगे। उस दौरान प्लेटफार्म नंबर चार और पांच पर आरपीएफ, जीआरपी और अन्य रेल स्टाफ तैनात रहेंगे ताकि यहां भीड़ इकट्ठा ना हो।
स्टेशन निदेशक आनंद मोहन ने बताया कि यहां से कितने यात्री ट्रेन में चढ़ेंगे, यह सोमवार को चार्ट जारी होने के बाद पता चल सकेगा। मंगलवार यानी दो जून से वाराणसी जंक्शन से तीन ट्रेनें रेगुलर हो जाएंगी। इनमें महानगरी एक्सप्रेस सुबह 11.30 बजे रवाना होगी। इसके बाद साबरमती व महामना एक्सप्रेस भी चलेगी। कामायनी एक्सप्रेस तीन जून से नियमित होगी। सीआईटी सुरेश कुमार पांडेय ने बताया कि कैंट स्टेशन पर पहली जून से सभी स्टाल खोले जाएंगे। यहां 16 स्टालों से खाद्य सामग्रियां बिकती है। फलों के स्टाल भी खुलेंगे।