योगी सरकार ने 30 लाख श्रमिकों के खाते में भेजे एक-एक हजार रुपये
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक मई अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के दिन राज्य के श्रमिकों का सम्मान करते हुए उनके खाते में एक-एक हजार रुपये भरण-पोषण के लिए भेजे हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर राज्य के श्रमिकों और कामगारों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि विकास में श्रमिकों की बड़ी भूमिका को ध्यान में रखते हुए उन्हें सम्मान और सुरक्षा देना हमारा फर्ज है, हम वही कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज' के जरिए इस वर्ग के लिए 17 हजार करोड़ रुपए का पैकेज दिया गया। इस पैकेज से कामगार, श्रमिक, किसान, युवा और उद्योग में कार्यरत श्रमिक लाभान्वित हुए हैं। सरकार का पूरा प्रयास है कि इस वर्ग को कोई तकलीफ न हो। इसी क्रम में मजदूर दिवस पर श्रमिकों का सम्मान करते हुए 30 लाख श्रमिकों को उनके भरण-पोषण के लिए एक-एक हजार रुपये उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किए जा रहे हैं। इससे पहले 24 मार्च को पांच लाख 97 हजार श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार रुपये भेजे गए थे। श्रमिकों के आर्थिक सुरक्षा के लिए भी लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में 17 लाख लोगों को स्थानीय स्तर पर रोजगार देने का काम शुरू किया गया है।
राज्य का श्रमिक देश में कहीं भी है कोटेदार से ले सकता है राशन: मुख्यमंत्री ने कहा कि 18 करोड़ लोगों को पोर्टेबिलिटी के माध्यम से खाद्यान्न उपलब्ध कराने की कार्य योजना को आगे बढ़ाया जा रहा है। अब तक दो चरणों में 18-18 करोड़ लोगों को प्रदेश के अंदर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा चुका है। पहले चरण में उत्तर प्रदेश से जुड़े हुए जो कामगार, श्रमिक, मनरेगा मजदूर और अन्य नागरिक थे, उनको खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया।
दूसरे चरण में भारत सरकार की योजना के तहत नि:शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया। शुक्रवार से फिर से प्रदेश के 18 करोड़ों नागरिकों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने की कार्रवाई प्रारंभ की गई है। प्रदेश का कोई श्रमिक कोई कामगार देश के किसी भी हिस्से में रहता है और उसके पास उसका राशन कार्ड नंबर है तो वहां पर भी कोटेदार से वह खाद्यान ले सकता है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि हर पात्र का राशन कार्ड बनाने के साथ ही तुरंत राशन भी मुहैया कराया जाए।