प्रवासी मजदूरों में कोरोना के लक्षण, यूपी के 20 जिलों के अस्पतालों में बढ़ाए जाएंगे 21 हजार बेड
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. दूसरे राज्यों से यूपी आ रहे प्रवासी श्रमिकों में से कई लोगों में कोरोना वायरस के हल्के लक्षण पाए जाने के बाद प्रदेश सरकार ने एल-1 के कोविड अस्पतालों की तादाद दोगुनी करने का फैसला किया है। ये बेड उन 20 जिलों में बढ़ाए जाएंगे, जहां कोरोना वायरस के ज्यादा मरीज पाए जा रहे हैं। इसके साथ ही ऐसे जिले जहां जिस तादाद में प्रवासी श्रमिकों आ रहे हैं, उस हिसाब से वहां बेड कम हैं। 20 जिलों लेविल-1 के 245 कोविड केयर सेंटरों में लक्षण वाले मरीजों के साथ ही क्वारंटाइन बेड भी बनाए गए हैं। इनमें अब तक 11,423 मरीज भर्ती हैं।
अब तक एल-1 के कोविड अस्पतालों में 21,075 बेड बनाए गए हैं। अब इन अस्पतालों में 21,000 और बेड बढ़ाए जाएंगे। इस सिलसिले में चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने मंडलायुक्त समेत सभी डीएम, सीएमओ और चिकित्सा अधीक्षकों को आदेश जारी कर दिए हैं। श्री प्रसाद ने सभी सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि वे वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कोविड केयर सेंन्टरों का निरीक्षण कर वहां 21 हजार बेड जल्द बनाकर शासन को सूचित करें।
कोरोना मरीजों के बढ़ रहे हैं मामले
स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही केन्द्रीय सरकारी विद्यालयों, निजी अस्पतालों, निजी इंजीनियरिंग कालेजों व अन्य संस्थानों में कोविड केयर सेंटर बना रखे हैं। प्रमुख सचिव ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस महामारी से उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए 20 जिलों के 245 कोविड केयर सेंटरों में 21 हजार बेड और बढ़ाए जाने की जरूरत है।
इन जिलों में बढ़ाए जाएंगे बेड
आगरा, मथुरा, अलीगढ़, आजमगढ़, बाराबंकी, बरेली, गोरखपुर, झांसी, कानपुर नगर, लखनऊ, उन्नाव, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, प्रयागराज, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, जौनपुर और वाराणसी।