उत्तर प्रदेश में शराब के बाद अब पान मसाला की बिक्री पर लगी रोक हटी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ, प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच में अब जान के साथ ही जहान की भी फिक्र में हैं। सरकार ने तीन दिन पहले शराब की बिक्री पर पाबंदी हटाने के बाद बुधवार को पान मसाला की बिक्री तथा उत्पादन से प्रतिबंध हटा लिया है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने 25 मार्च को पान मसाला निर्माण तथा बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार के इस कदम पर उन्नाव से पार्टी के सांसद साक्षी महाराज ने सवाल उठाया है।
उत्तर प्रदेश में शराब बिक्री पर लगे प्रतिबंध को खत्म करने के बाद पान मसाला बनाने व बेचने पर लगी रोक भी बुधवार को हटा ली गई। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन आयुक्त अनीता सिंह की ओर से पान मसाला बनाने तथा उसके वितरण व बिक्री पर लगाये गए प्रतिबंध को हटाने का आदेश जारी किया गया है। अनीता सिंह ने कहा है कि इंडियन डेंटल एसोसिएशन यूपी व अन्य की याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के 17 सितंबर 2012 के आदेश के अनुपालन में प्रदेश में तंबाकू एवं निकोटिनयुक्त पान मसाला, गुटखा के निमार्ण, भंडारण व बिक्री पर लगा प्रतिबंध यथावत बना रहेगा। पान मसाला के निमार्ण, वितरण एवं बिक्री में गृह विभाग के निदेर्शों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा।
राज्य में तंबाकू तथा निकोटिनुक्त पान मसाला-गुटखा के निमार्ण, भंडारण तथा बिक्री पर लगाया गया प्रतिबंध यथावत जारी रहेगा, जब सरकार ने प्रदेश में पान मसाले पर रोक लगाई थी तो कहा था कि लोग गुटखा और पान मसाला खाकर सरकारी दफ्तरों, बाजारों और सार्वजनिक स्थानों में थूकते हैं। इस कारण कोरोना वायरस के संक्रमण का भी खतरा बढ़ गया है। ऐसे में इस पर रोक जरूरी है। सरकार ने जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 25 मार्च को पान मसाला बनाने, वितरित करने व बेचने पर रोक लगा दी गई थी।
राज्य सरकार ने पान मसाला की बिक्री को इसलिए रोका था कि क्योंकि लोग इसे खाने के बाद सार्वजनिक स्थलों, सरकारी कार्यालयों व बाजार आदि में थूकते हैं जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा था। इसके बावजूद सूबे में पान मसाले और गुटखे की बिक्री चोरी-छिपे जारी थी और लोग धड़ल्ले से इनका इस्तेमाल कर रहे थे। उधर पान मसाला बनाने व बेचने पर लगी रोक से सरकार को राजस्व की बड़ी हानि हो रही थी। ऐसे में पान मसाला बनाने व बेचने की दोबारा अनुमति दे दी गई। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन आयुक्त की ओर से जारी आदेश में यह भी निर्देश दिया गया है कि कोरोना महामारी के चलते देशव्यापी लॉकडाउन के संबंध में गृह विभाग की ओर से जारी निर्देशों का अनुपालन भी सुनिश्चित किया जाएगा। यानी ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन में उद्योगों को जो छूट दी गई है उसके अनुसार ही कार्य करना होगा।
उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज ने उठाया सवाल
उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज ने नशीले पदार्थों की बिक्री की अनुमति दिए जाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, लॉकडाउन जनता की जीवन रक्षा और बढिय़ा स्वास्थ्य के लिए है। तो फिर शराब, बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, पान मसाला आदि नशीले पदार्थों पर छूट क्यों। सरकार ने जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 25 मार्च को पान मसाला बनाने, वितरित करने व बेचने पर रोक लगा दी थी।