बिहार से नेपाल की जगह वाराणसी पहुंच गया युवकों का जत्था, एक की मौत के बाद भी भीषण लापरवाही
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी। बिहार से नेपाल के लिए निकला नेपाली युवकों का जत्था गलती से सोमवार को वाराणसी पहुंच गया। यहां एक युवक की तबीयत खराब हुई और अस्पताल ले जाते ही उसकी मौत भी हो गई। इसके बाद भी भीषण लापरवाही बरती जा रही है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने युवकों को नेपाल का रास्ता बताकर पैदल ही निकल जाने के लिए बोल दिया है। लेकिन एक अन्य युवक की तबीयत खराब होने और चलने की स्थिति नहीं होने के कारण सभी युवक करीब 24 घंटे से सड़क किनारे एक बगीचे में पड़े हैं। युवकों के जत्थे को देखकर आसपास के गांवों में भी दहशत की स्थिति है।
बिहार के मोहनिया स्थित एक निजी कंपनी गैलवे में काम करने वाले नेपाली युवक बेरोजगार हुए तो घर जाना चाहते थे।कंपनी के मैनेजर ने 29 मजदूरों को एक ट्रक पर बैठा दिया और कहा कि नेपाल बार्डर तक यह छोड़ देगा। ट्रक चालक ने सोमवार की दोपहर वाराणसी प्रयागराज हाइवे पर मोहनसराय में युवकों को उतार दिया। वाराणसी शहर की ओर आने वाले रास्ते की ओर इशारा करते हुए कहा कि यही रास्ता नेपाल जाता है। खुद ट्रक लेकर प्रयागराज की ओर चला गया।
मोहनसराय से वाराणसी शहर की ओर पैदल ही निकले युवकों में से एक की हालत चलने के कारण खराब हो गई। इससे सभी सड़क किनारे एक बगीचे में रुक गए। आसपास के लोगों ने नेपाली युवकों के बगीचे में रुकने और एक युवक के बीमार होने की सूचना चौकी प्रभारी गौरव पांडे को दी। चौकी प्रभारी ने एम्बुलेंस बुलाकर बीमार युवक के साथ आठ अन्य साथियों को जिला अस्पताल भेजा। अन्य युवकों को पुलिस ने पिंडरा क्वारंटीन सेंटर का रास्ता बताकर पल्ला झाड़ लिया। लेकिन एक अन्य युवक की तबीयत खराब होने और चल न पाने की स्थित में युवक बगीचे में ही बैठे रहे। आसपास के लोगों ने युवकों को भूख से बेहाल देखा तो कुछ खाने के लिए दिया। उधर अस्पताल भेजे गए युवक की मौत हो गई। अन्य आठ साथियों को भी जांच के लिए वहीं रोक लिया गया।
करीब 24 घंटे बाद भी युवकों के बगीचे में ही पड़े रहने से डरे ग्रामीणों ने मंगलवार की सुबह पुलिस से फिर शिकायत की। इसके बाद पहुंचे मोहनसराय चौकी प्रभारी ने नेपाली युवकों के लिए भोजन का इंतजाम किया। उधर, थाना प्रभारी का प्रभार देख रहे घनश्याम शुक्ला का कहना है कि बीमार युवक के साथ जिन आठ लोगों को कल अस्पताल भेजा गया था। उन लोगों को वहीं पर रखा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद युवक की पोस्टमार्टम की कार्रवाई होगी। मोहनसराय बगीचे में रुके युवकों को खाना खिलाकर छोटी छोटी टुकड़ी बनाकर जाने का निर्देश दिया गया है। एसडीएम राजातालाब विक्रमादित्य मलिक से बात की गई तो उनका कहना है कि नेपाली युवकों को खाना खिलाकर जांच कराई गई है। उन्हें निर्देश दिया गया है कि जहां से आए वही धीरे धीरे चले जाएं।