महाराष्ट्र से मजदूरों को लेकर स्पेशल ट्रेन पहुंची भोपाल, 347 थे सवार
महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश के लिए निकली स्पेशल ट्रेन 2 मई को सुबह भोपाल पहुंची. इस ट्रेन में 347 लोग सवार थे.
गाजीपुर न्यूज़ टीम, केंद्र सरकार ने अब लॉकडाउन में फंसे लोगों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए ट्रेनों को चलाने की इजाजत दी है. इसके बाद महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश के लिए निकली स्पेशल ट्रेन 2 मई को सुबह भोपाल पहुंची. इस ट्रेन में 347 लोग सवार थे.
लॉकडाउन आगे बढ़ने की घोषणा के साथ ही सरकारों ने मजदूरों की घर वापसी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश सरकार ने महाराष्ट्र के नासिक से अपने श्रमिक वापस बुलवाए हैं. नासिक से शुक्रवार शाम 347 मजदूरों को लेकर निकली स्पेशल ट्रेन तड़के भोपाल पहुंची.
बताया जा रहा है कि इस ट्रेन में 28 जिलों के मजदूर हैं. रेलवे स्टेशन पर मजदूरों की स्क्रीनिंग हो रही है. मजदूरों को घर भेजने के लिए 20 बसों की व्यवस्था की गई है. 'आजतक' से बात करते हुए मजदूरों ने सरकार का धन्यवाद किया और कहा कि आखिरकार अब वो अपनों के बीच पहुंचने वाले हैं.
गृह मंत्रालय की गाइडलाइन
श्रमिकों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए गृह मंत्रालय की ओर से गाइडलाइन जारी की गई थी. इसके मुताबिक प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों को अलग-अलग स्थानों पर ले जाने के लिए एक मई मजदूर दिवस और महाराष्ट्र के स्थापना दिवस पर श्रमिक स्पेशल ट्रेन महाराष्ट्र में दूसरे राज्यों के फंसे लोगों को लेकर यह ट्रेन निकली.
बता दें कि विशेष रेलगाड़ियों को चलाने के लिए राज्य सरकारों की मांगों के बाद, भारतीय रेलवे ने शुक्रवार को कहा कि फंसे हुए मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और छात्रों को घरों तक पहुंचाने के लिए शुक्रवार से 'श्रमिक स्पेशल' ट्रेनें चलेंगी.
रेलवे के कार्यकारी निदेशक मीडिया आर डी बाजपेयी ने एक बयान में कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार, श्रम दिवस पर 'श्रमिक स्पेशल' चलाने का निर्णय लिया गया है.
रेलवे और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को बैठक की थी. अधिकारियों का ध्यान इस पर तब गया, जब राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने तेलंगाना से झारखंड तक लगभग 40 दिनों में पहली विशेष ट्रेन चलाई, जिसमें 1,200 प्रवासी मजदूरों को ले जाया गया.
बाजपेयी ने कहा कि इन विशेष ट्रेनों द्वारा फंसे हुए व्यक्तियों को पहुंचाने के लिए राज्य सरकारों ने स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल के तहत अनुरोध किया है कि ट्रेनों को प्वाइंट-टू-पॉइंट चलाया जाए. उन्होंने कहा कि हम सुरक्षा मानकों का ख्याल रखते हुए, एहतियात के तौर पर सभी से मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए कह रहे हैं. सभी राज्यों के लिए नोडल ऑफिसर भी नियुक्त किए गए हैं.
बाजपेयी ने कहा कि गंतव्य पर पहुंचने पर, यात्रियों को संबंधित राज्य सरकारों द्वारा स्क्रीनिंग जाएगी. अगर यात्री को वहां से आगे की यात्रा करनी होगी तो, राज्य सरकार उनको भेजेगी.