गाजीपुर: दिल्ली और लखनऊ से हो रही कागजी बयानबाजी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर वाम दलों के राज्यव्यापी आह्वान के तहत भाकपा माले के कार्यकर्ताओंने जिला सचिव रामप्यारे राम तथा सीपीआई कार्यालय पर अमेरिका यादव के नेतृत्व में श्रम कानूनों को तीन वर्ष के लिए स्थगित करने आदि सवालों को लेकर धरना दिया। माले कार्यालय पर जिला सचिव रामप्यारे राम ने कहा कि गाजीपुर की पुलिस लाकडाउन के नाम पर अपनी शक्ति का गलत इस्तेमाल कर रही है। लाकडाउन में गरीब भुखमरी की मार झेल रहे हैं। उसके सामने रोजी-रोटी का संकट खडा़ हो गया है। दिल्ली और लखनऊ से कागजी बयानबाजी हो रही है।
उन्होंने कहा कि मनरेगा मजदूर पासबुक लेकर बैंक जा रहे हैं तो पता चल रहा है कि कोई पैसा नहीं आया है। गरीबों को नि:शुल्क दिए जाने के लिए आया राशन पैसा लेकर कोटेदार दे रहे हैं। ऐसे ही समय श्रम अधिकारों को खत्म कर तथा काम के प्रतिदिन के घंटा को आठ से बढा़कर 12 घंटे के कदम के जरिए सरकार ने अपना मजदूर विरोधी चेहरा उजागर कर दिया है। मजदूरों को बंधुआ मजदूर की स्थिति में खड़ाकर दिया है। इस मजदूर विरोधी अध्यादेश-आदेश को तत्काल प्रभाव से वापस लेने की मांग उठाई। उन्होंने लाकडाउन की इस स्थिति में छह महीने तक मुफ्त में राशन बिना राशनकार्ड के उपलब्ध कराने की मांग की। इस अवसर पर विजयी, मुराली, रामअवध बिंद, रामनगीना, गुलाब सिंह, नंदकिशोर, आजाद यादव, सत्येंद्र कुमार, रामअशीष बिंद, रोहित बिंद, गोरख राजभर ने विचार व्यक्त किया। खानपुर रजहटी, करवनिया डेरा, बसुका, गहमर, बरुइन, बड़ेसर, कसेरा पोखरा, करंडा, मैनपुर, भुड़कुडा़, महमूदपुर आदि गांवों में कार्यक्रम करके संबंधित थाना प्रभारी-थानाध्यक्ष को प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को संबोधित 12 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।