तीन मासूम बच्चियों को जिंदगी देकर खुद दुनिया से अलविदा कह गया एक चरवाहा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर। घाटमपुर के सजेती थाना क्षेत्र के गांव बीरबल अकबरपुर के मजरा गुरैय्यनपुर में रविवार को हुई घटना ने सभी को झकझोर दिया। तीन मासूम बच्चियों को जिंदगी देकर एक चरवाहा खुद दुनिया से अलविदा कह गया है। उसकी मौत के बाद ग्रामीणों जुबान उसे याद करते थक नहीं रही है, वहीं तीन बच्चियों के परिवार वाले भी उसके लिए आंसू बहा रहे हैं।
गुर्यैयनपुर निवासी छेदालाल निषाद की 10 वर्षीय पुत्री काजल, रजोल निषाद की 7 वर्षीय पुत्री आकांक्षा व विष्णु निषाद की 8 वर्षीय पुत्री प्रांशी रविवार की सुबह करीब 10 बजे गांव किनारे यमुना नदी में नहाने गई थी। इस दौरान गांव के 56 वर्षीय जयनारायण निषाद टीले पर बैठकर मवेशी चरा रहे थे। यमुना नदी में नहाते समय गहराई में जाने से तीनों सहेलियां डूबने लगी, तभी अचानक जय नारायण की नजर उनपर पड़ी।
टीले से भागते हुए जय नारायण ने सीधे नदी में छलांग लगा दी। जय नारायण ने किसी तरह आकांक्षा, काजल व प्रांशी को तो नदी से बाहर कर दिया लेकिन खुद भंवर में फंस गए। तैरकर भी बाहर न आ पाने से जय नारायण नदी में डूब गए। रोती बिलखती बच्चियों ने भागकर गांव में पूरी घटना बताई और जय नारायण के डूबने की जानकारी दी। इसपर ग्रामीण भागते हुए नदी किनारे पहुंचे और तैराक युवकों ने करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद उनका शव बाहर निकाला।
ग्रामीणों से सूचना मिलने पर पुलिस भी यमुना नदी के किनारे पहुंच गई। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के सामने यमुना नदी के बीच गहरा गड्ढा है, जिसके आसपास नदी की जलधारा में बनने वाले भंवर में फंसकर पहले भी कई लोग डूब चुके हैं। थानाध्यक्ष अमित मिश्र ने बताया कि पुलिस बल को मौके पर भेजा गया है। बच्चियों को बचाने में चरवाहे के डूबने की जानकारी मिली है।