हद लापरवाही: पॉजिटिव आया वार्ड ब्वाय स्कूटी से ही कोरोना सैंपल ले गया था BHU
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. महामारी या आपदा का भी अपना प्रोटोकॉल होता है। थोड़ी-सी चूक भारी पड़ जाती है। कोरोना महामारी के भी प्रोटोकॉल के अनुपालन में एक चूक हुई और उसके चलते शिवपुर सीएचसी के वार्ड ब्वॉय के रूप में काम कर रहा कारोना योद्धा ही संक्रमित हो गया।
विभागीय जानकारों के अनुसार कोरोना महामारी के संक्रमितों या संदिग्धों का सैंपल, प्रोटोकॉल के तहत, एंबुलेंस से ही जांच लैब भेजा जाना चाहिए। मगर, शिवपुर के वार्ड ब्वॉय को उसकी स्कूटी से बीएचयू के वायरोलॉजी लैब भेजा जाता रहा। वार्ड ब्वॉय ने तीन दिनों तक सौ से अधिक सैंपल अपनी स्कूटी से ही पहुंचाए।
जिले में कोरोना के अब तक करीब 2200 सैंपल लिए गए हैं। अब जिला अस्पताल और शिवपुर में सैंपलिंग बंद हो गई है। अभी सिर्फ बीएचयू और ईएसआई अस्पताल में ही सैंपल लिए जा रहे हैं। ईएसआई अस्पताल में लिए गए सैंपल एंबुलेंस से ही बीएचयू लैब भेजे जा रहे हैं। मगर शिवपुर सीएचसी से एंबुलेंस की व्यवस्था न होने पर वार्ड ब्वॉय को ही स्कूटी से सैंपल ले जाना पड़ा।
निर्धारित अस्पताल में संदिग्ध का सैंपल लेने के बाद उसे वायरस ट्रांसपोर्ट मीडियम (वीटीएम) में रखा जाता है। सैंपल को वीटीएम में रखने वाला पीपीई किट पहनकर काम करता है। वीटीएम के बाद सैंपल वैक्सीन कैरियर में रखा जाता है। इसके बाद उसे एम्बुलेंस से जांच के लिए ले जाया जाता है। वैक्सीन कैरियर की क्षमता अलग-अलग होता है। उसका औसतन तापमान चार डिग्री होना चाहिए। वहीं, सीएमओ वीबी सिंह का कहना है कि ऐसा नहीं है कि एम्बुलेंस से ही सैंपल जांच के लिए भेजा जाए। लैब तक सेफ्टी के साथ सैंपल पहुंचाना जरूरी होता है। सबसे अहम सुरक्षा है। सुरक्षा का पालन किया जाता है।