गाजीपुर: कुपवाड़ा में बेटे के शहीद होने की खबर मिलते ही मां की तबीयत बिगड़ी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर के लाल सीआरपीएफ जवान अश्वनी कुमार यादव के शहीद होने की खबर घर पर पहुंचते ही कोहराम मच गया। जवान बेटे के निधन की खबर वृद्ध मां से बर्दाश्त नहीं हुई। वह बेहोश हो गईं। किसी तरह उन्हें होश में लाया गया। जवान की पत्नी की हालत भी खबर सुनने के बाद से खराब है। गांव के लोग जवान के घर पर परिवार को संभालने में लगे हैं। जवान के पिता की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। तीन भाइयों में सबसे बड़ा होने के नाते अश्वनी पर ही घर को संभालने की जिम्मेदारी थी। मंगलवार को जवान का पार्थिव शरीर सैन्य सम्मान के साथ गांव लाया जाएगा।
गाजीपुर के नोनहरा थाना क्षेत्र के चकदाउद गांव निवासी राम सिंह के बेटे अश्वनी कुमार यादव के घर उनके शहीद होने की सूचना सीआरपीएफ ने सोमवार की रात आठ बजे दी। किसी को इस सूचना पर यकीन नहीं हुआ। ग्राम प्रधान बबलू कुशवाहा के जरिये वाराणसी सीआरपीएफ कैंप कार्यालय से इसकी पुष्टि की गई तो कोहराम मच गया। जवान बेटे के शहीद होने की खबर से मां की तबीयत बिगड़ गई। पत्नी भी बेसुध हो गईं। आसपास से पहुंचीं महिलाओं ने किसी तरह उन्हें संभाला।
पिता के निधन के बाद अश्वनी ही घर की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। घर में अश्वनी की मां लालमुनी, पत्नी अंशु देवी, बेटी आयशा यादव (6) और बेटा आदित्य यादव (4) हैं। इसके अलावा दो छोटे भाई अंजनी यादव व मुलायम यादव हैं। जैसे जैसे अश्वनी के शहीद की खबर गांव वालों को लगी उनके घर पर लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया। कुछ देर में ही बड़ी संख्या में लोग उनके घर पर पहुंच गए।
कश्मीर में दो दिनों में यह दूसरा बड़ा हमला हुआ है। आतंकियों से मुठभेड़ में हंदवाड़ा में शनिवार को एक कर्नल, एक मेजर समेत पांच जवानों की शहादत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि कुपवाड़ा में क्रालगुंद क्षेत्र के वंगाम-कजियाबाद में हमलावरों ने सीआरपीएफ की एक नाका पार्टी पर गोलियां चलाईं। अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में सीआरपीएफ के तीनों जवानों की मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इलाके को घेर लिया गया है तथा हमलावरों को ढूढ़ने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी वहां भेजे गए हैं।