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गाजीपुर: पुरानी रंजिश को लेकर दो पक्षों में चाकूबाजी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सुहवल थाना क्षेत्र के स्थानीय गांव में पुरानी रंजिश को लेकर सोमवार की सुबह सात बजे दो पक्षों में चाकूबाजी व मारपीट में चार लोग घायल हो गए। दोनों पक्षों की ओर से भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए, तब तक पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और स्थिति को नियंत्रित कर लिया। घायलों को जिला चिकित्सालय भेज कर गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दी गई। एसपीआरए सीपी शुक्ला ने चाकूबाजी की घटना से इन्कार करते हुए कहा कि मेडिकल जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।  पुलिस अपने स्तर से कानूनी कार्रवाई में जुटी है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार महादेवां बाजार में सुबह सब्जी मंडी लगी थी। खरीदारी के लिए भीड़ लगी हुई थी। तभी एक पक्ष से कुछ लोग आए और पीछे से वार करते हुए  नागा उर्फ अमित पटेल (25) को घायल कर दिया। उसकी पीठ एवं सीने पर चोटें आई, जबकि उसके साथ खड़ा एक अन्य युवक प्रमोद पटेल (23) पर लाठियों से वार कर दिया। इससे मंडी सहित गांव में अफरा-तफरी मच गई। इधर हमला कर भाग रहे युवकों  को लोगों ने चारों तरफ से घेर लिया और पीटने लगे। इसमें छोटक अंसारी (26) एवं इलियास (32) चोटिल हो गये। 

इसके बाद दोनों पक्षों से भारी संख्या में लोग लाठी-डंडा लेकर इकट्ठा हो गए। तब तक सुहवल प्रभारी निरीक्षक संजय वर्मा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए और मामले को शांत करा दिया। घटना के बाद बवाल में शामिल सभी आरोपी घर छोड़ कर फरार हो गए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए ग्रामीण पुलिस अधीक्षक चंद्रप्रकाश शुक्ला, सीओ जमानियां सुरेश शर्मा, एलआईयू निरीक्षक सुधीर कुमार दुबे, उपनिरीक्षक एलआईयू विनोद यादव, रेवतीपुर प्रभारी निरीक्षक अवधेश प्रसाद सिंह, सहित क्यूआरटी पहुंच गई। गांव का चक्रमण करने के पश्चात एसपीआरए ने मातहतों से घटना की जानकारी हासिल की।

मोहल्ले के रास्ते को किया सील
एएसपीआरए ने इस मोहल्ले की तरफ जाने वाले सभी प्रमुख मार्गों को सील कर सभी चिह्नित जगहों पर शिफ्ट वार चौबीसों घंटे पुलिस की तैनाती के निर्देश दिए हैं। सीओ जमानियां सुरेश शर्मा खुद मातहतों संग कैंप किए हुए हैं।

दो दिन पूर्व हुआ था विवाद
दो दिन पूर्व मोहल्ले में ही दोनों पक्ष के दो छोटे-बड़े बच्चों में गुल्ली डंडा खेलने को लेकर कहासुनी हो गई। इसके बाद कुछ लोगों एवं पुलिस के हस्तक्षेप के बाद सुलह-समझौता भी हो गया। बावजूद इसके पुलिस ने दोनों पक्षों को शांति भंग की आशंका में पाबंद कर दिया। इसके बाद दोनों पक्ष ने एक-दूसरे के साथ रहने की बात कही जिस पर पुलिस ने दोनों को पक्षों को छोड़ दिया था।
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