गाजीपुर: अब 4500 रुपये में बड़ीबाग स्थित पैथकाइंड लैब में होगी स्वैब की जांच - CMO
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर कोरोना संक्रमण के फैलाव पर अंकुश लगाने व विकट परिस्थिति आने से पूर्व मरीज को उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने जांच के लिए प्राइवेट लैब को अधिकृत कर दिया है। नगर के बड़ीबाग स्थित पैथकाइंड लैब को इसकी मान्यता मिल गई है। यहां तैनात कर्मचारी जारी निर्देशों का पालन करते हुए प्रोटोकॉल के मुताबिक निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों का सैंपल अपने हेड आफिस गुड़गांव भेजकर रिपोर्ट 48 घंटे में उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए 4500 रुपये का निर्धारण सरकार की ओर से किया गया है, जिससे किसी को परेशानी का सामना न करना पड़े।
अब तक कोरोना वायरस की जांच स्वास्थ्य विभाग की ओर से संदिग्ध लोगों के स्वैब की जांच वाराणसी व गोरखपुर मेडिकल कालेज से कराया जा रहा था। वहीं गैर प्रांतों व जनपदों में कोरोना के बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए शासन ने ठोस कदम उठाना शुरू कर दिया है। संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पैथकाइंड लैब का अधिकृत किया है। सरकार की ओर से निर्देश जारी होते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जहां बड़ीबाग स्थित लैब का निरीक्षण किया। वहीं उन्हें किसी भी व्यक्ति का स्वैब लेने के लिए जाने पर पूरी तरह से निर्देशों का पालन करने को भी कहा। पीपीई किट से लेकर ट्रैवेल तक का खर्च करेगा वहन
निजी अस्पताल में भर्ती मरीज का जब स्वैब लेने पैथकाइंड में तैनात कर्मचारी जाएंगे तो वे सुरक्षा दृष्टिकोण के तहत निर्धारित किए गए मानकों व पीपीई किट से लैस होंगे। स्वैब को एकत्र करने के साथ वह अपने वाहन से वाराणसी ब्रांच आफिस भेजेंगे। जहां से वाहन द्वारा स्वैब गुड़गांव भेजा जाएगा। इसके पूरे खर्च का वहन पैथकाइंड लैब द्वारा स्वयं किया जाएगा, जबकि 48 घंटे में आने वाली रिपोर्ट को पहले स्वास्थ्य विभाग के पास भेजना होगा, जिसके बाद कोरोना पॉजीटिव मिलने पर मरीज का उपचार किया जा सके। शासन की ओर से नगर के बड़ीबाग स्थित पैथकाइंड लैब को अधिकृत किया गया है। यहां तैनात कर्मी स्वैब निजी अस्पताल जाकर एकत्र कर सकेंगे। इसके लिए मूल्य का भी निर्धारण किया गया है।-डा. जीसी मौर्या, सीएमओ।