गाजीपुर: लॉकडाउन में बढ़ीं खानाबदोशों की मुश्किलें
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर मलसा कोरोना महामारी के कारण लगा लॉकडाउन उनके लिए तो अच्छा है जिनका अपना ठिकाना है लेकिन उन प्राणियों को ज्यादा दिक्कत हो रही है जिनका अपना कोई ठिकाना नहीं। घुमंतू जीवन है, इधर-उधर घूम कर जड़ी-बूटी बेच कर अपना जीवन यापन करते हैं। किसी गांव में अपना ठिकाना बना कर तंबू टेंट लगा देते हैं। लेकिन इस महामारी में भी अब उन लोगों के लिए मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। खानाबदोश सूरज और निहाल ने बताया कि वे जड़ी-बूटी बेच कर अपना जीवन यापन करते हैं और परिवार को भी संभालते हैं। लेकिन इस महामारी में लोग गांव में घुसने नहीं दे रहे हैं जिससे हम लोग को भोजन पानी का भी दिक्कत हो रही है।
उन्होंने कहा कि हम लोग अपना जड़ी-बूटी बेचकर जीवन यापन करने वाले अब घूम-घूम पर भोजन मांग रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगर हम लोगों के ऊपर सरकार निगाह नहीं करती तो जीवन दूभर हो जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग-24 पर मलसा के पास साइकिल के ऊपर ही अपनी पूरी गृहस्थी लेकर चलने वाले सूरज और नेहाल ज्यादा चितित दिखे। उनके साथ कई परिवार चल रहे थे। अगला ठिकाना कहां होगा उन्हें खुद पता नहीं। उनका जन्मस्थान पूछने पर बताया कि उनका कोई निजी पता नहीं है। वे साल भर इधर-उधर घूम कर जड़ी-बूटी बेच कर अपना जीवन यापन करते हैं। गांव आने पर बच्चे घरों में घूम-घूम कर भोजन इकट्ठा कर अपने परिवार के साथ जो भी मिल जाता उसको खाकर अपना पेट भर रहे हैं।