उद्घाटन से पहले ही गुणवत्तापूर्ण निर्माण का बखान करने लगा फोरलेन राष्ट्रीय राज्यमार्ग
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर, खानपुर: वाराणसी- गोरखपुर फोरलेन राष्ट्रीय राज्यमार्ग-29 उद्घाटन से पहले ही दरकने लगा है। 215 किमी लंबी फोरलेन सड़क बनाने की कुल लागत 2500 करोड़ निर्धारित की गई। अप्रैल 2017 में शुभारंभ हुआ, इसे अक्टूबर 2019 में पूरा होना था। कार्यदायी संस्था पीएनसी द्वारा पैकेज-टू के तहत उमरहा से बिरनो तक कुल 72 किमी कार्य किया जा रहा है। इसमें कई जगह सीमेंटेड सड़क में दरकने और धंसने की शिकायतें हैं। प्रोजेक्ट मैनेजर नरेश शर्मा बताते हैं कि किसानों की जमीन अधिग्रहण और सरकारी संस्थाओं के कमजोर जनसंपर्क के कारण कार्य में देरी होते देख एनएचएआइ ने पीएमओ के हस्तक्षेप से दिसंबर 2020 तक इस सड़क को पूरा करने को निर्देशित किया है।
सड़क निर्माण और सुधार के साथ ही जगह-जगह दरकने और खिसकने लगी है। आए दिन वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटनाएं होने लगी हैं। इशोपुर, गोपालपुर के पास धंसी सीमेंटेड सड़क को तारकोल पिच से पैचिग की गई है। शादीभादी में सड़क पूरी तरह से धंस चुकी है। 20 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी द्वारा गाजीपुर से अचानक वाराणसी कार से जाने के निर्णय के चलते प्रशासनिक अमला सड़क का निरीक्षण कर रहा था। उसी समय शादीभादी में फोरलेन सड़क का एक हिस्सा चार इंच धंस गया।
मुख्यमंत्री का काफिला गुजरने से चंद घंटे पूर्व धंसी सड़क से अधिकारियों सहित कार्यदायी संस्था पीएनसी के लोगों में खलबली मच गई थी। फटाफट सड़क दुरुस्त किए जाने के लिए मशीनें लगा दी गई और युद्धस्तर पर सड़क सुधार होने लगा। रात आठ बजे जब मुख्यमंत्री योगी कार सहित उस जगह से गुजरे तो अधिकारियों की सांसें अटकी हुई थी। थानाध्यक्ष सुनील सिंह कहते हैं कि अब तक कई दुर्घटनाएं इसी कारण हुए है। पीएनसी के प्रोजेक्ट मैनेजर नरेश शर्मा बताते हैं कि बारिश में कार्य पूरा करने के दबाव में सड़क में फिल्टर मीडिया ठीक से नहीं भर पाया। समस्याएं दिखने के बाद गुणवत्तापूर्ण बनाया जा रहा है। सड़क के दो मीटर नीचे तक जाकर उसे बालू और ठोस आधार देकर सड़क को पुन: दुरुस्त किया जा रहा है। 23 जून तक सड़क के सभी टूटफूट और धंसान को ठीक कर लिया जाएगा।