गाजीपुर: गैर प्रांतों से आए मजदूरों पर मेडिकल टीम की नजर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर कासिमाबाद क्षेत्र के कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल बड़ौरा, लक्ष्मी मेमोरियल इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन उचौरी व संत लखन दास पीजी कालेज मरदह में बने क्वारंटाइन सेंटर में अन्य प्रांतों से आए 1556 लोगों को रोडवेज की 76 बसें लेकर शनिवार रात व रविवार सुबह को पहुंची। इसमें बच्चे व महिलाओं भी शामिल थीं। क्वारंटाइन सेंटरों में तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. राजेश कुमार व उनकी टीम ने सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग एवं काउंसलिग कराई। उन्हें भोजन व जलपान कराया गया।
एसडीएम रमेश मौर्य ने बताया कि बाहर से आए सभी लोग 21 दिनों तक घर में रहें। इस बीच किसी से न मिलें। सर्दी, जुकाम व बुखार आदि कोई भी लक्षण महसूस हो तो तुरंत सूचना दें। सभी का नाम, पता व मोबाइल नंबर दर्ज कर थर्मल स्कैंनिग करने के बाद राशन किट देकर घर भेज दिया गया। तहसीलदार डा. विराग पांडेय, नायब तहसीलदार चंद्रशेखर वर्मा, प्रबंधक मनोज सिंह व संजय पाल, विजय शंकर राय, नेहा यादव, लेखपाल संघ अध्यक्ष चितरंजन चौहान, प्रिया शर्मा, जितेंद्र यादव व ममता यादव आदि थे।
तहसील पर पहुंचे 200 मजदूर
सेवराई : गैर प्रांतों से आठ बसें 200 मजदूरों को लेकर तहसील मुख्यालय पर पहुंचीं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. रवि रंजन के नेतृत्व में चिकित्सीय टीम ने थर्मल स्कैनिग की। इसके बाद सभी को घर भेज दिया गया। लॉकडाउन में क्षेत्र के विभिन्न गांव के लोग झांसी, अमेठी, चंदौली, मऊ, आजमगढ़ आदि गैर जनपदों व प्रांतों में फंसे हुए थे। एसडीएम विक्रम सिंह ने बताया कि अभी तक करीब 200 से ऊपर मजदूर सेवराई तहसील मुख्यालय पहुंचे हैं। देर शाम तक मजदूरों के आने का क्रम जारी रहेगा।
प्राथमिक विद्यालय में कराई व्यवस्था
जखनियां : महानगरों से मजदूरों के आने का सिलसिला प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। हरियाणा, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली जैसी प्रमुख नगरों से निजी व सरकारी व्यवस्था से सैकड़ों लोगों के क्षेत्र के विभिन्न गांवों में आने से अब गांव के लोग भी कोरोना वायरस के फैलने के भय को लेकर परेशान हैं। कृतिसिंहपुर गांव में बाहर से आए दो लोगों के लिए ग्राम प्रधान योगेश यादव ने शनिवार को प्राथमिक विद्यालय के एक कमरे में रहने व खाने की व्यवस्था कराई। बाहर से आने वालों पर गांव के लोग निगरानी भी कर रहे हैं।