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कोरोना संक्रमण से बचाव में मददगार हैं ये चार आयुर्वेदिक दवाएं, नियमित करें सेवन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए आयुष विभाग ने चार दवाएं भेजी हैं। इनमें अणु तेल, आयुष-64, संशमनी वटी और अगस्त्यहरीतकी रसायन शामिल हैं। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. अशोक राणा ने बताया अगस्त्यहरीतकी रसायन वस्तुत: इम्यूनिटी बूस्टर (रोग प्रतिरोधक क्षमता बढा़ने वाला) है।

इसमें गिलोय और पपीता है। स्वस्थ व्यक्ति भी नियमित रूप से इसका सुबह-शाम प्रयोग करते रहें। इसके प्रयोग से कोरोना संक्रमण होने का खतरा काफी कम हो जाएगा। वह बताते हैं कि यदि किसी को हल्के लक्षण हों और बुखार या जुकाम की शिकायत हो तो आयुष-64 की एक-एक गोली सुबह-शाम गर्म पानी से ले। यह एंटी वायरल दवा है। इसके साथ ही एक-एक गोली संशमनी वटी की भी लें।

अणु तेल, आयुष-64, संशमनी वटी और अगस्त्यहरीतकी रसायन पर जोर
संशमनी वटी एनीमिया, टीबी, पुराना बुखार, स्नायु ग्रंथियों और मस्तिष्क को भी बलवान बनाती है। अणु तेल एक आयुर्वेदिक तेल है। यह नसिका मार्ग के लिए बनाया गया। अणु तेल की एक-एक बूंद सुबह-शाम नाक में डाल लें। बिस्तर पर लेटकर अणु तेल का प्रयोग करें। नाक में एक बूंद डालने के बाद गहरी सांस लें और पांच मिनट तक लेटे रहें। इन दवाओं के उपयोग से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।

दवाएं आईं, 24 डिस्पेंसरी बंद
दवाएं बेशक आई हो लेकिन डिस्पेंसरी बंद हैं। आयुष एवं आयुर्वेदिक डॉक्टर इन दिनों कोरोना को काबू करने के लिए अलग-अलग जगहों पर दी गई ड्यूटी कर रहे हैं। स्थिति काबू में आने के साथ जल्द ही ओपीडी शुरू होने के साथ आयुष विभाग से संक्रमण की रोकथाम के लिए आई दवाओं का वितरण शुरू हो जाएगा।
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