दलालों ने लॉकडाउन में बनाया नया सॉफ्टवेयर, लखनऊ में बन रहे स्पेशल ट्रेनों के टिकट
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ, लॉकडाउन में भी लोगों की मजबूरी मुंहमांगे दाम पर बिक रही है। रेलवे ने लॉकडाउन में जिन 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत 12 मई से नई दिल्ली से की है, उन स्पेशल ट्रेनों के ज्यादातर टिकट आम यात्रियों की जगह दलालों के पास पहुंच रहे हैं। नई दिल्ली से चलने वाली इन ट्रेनों के टिकट लखनऊ सहित देशभर में सक्रिय सिंडीकेट बना रहे हैं। इसके लिए उन्होंने नया सॉफ्टवेयर भी तैयार कर लिया है। पहली बार लखनऊ मेें इन टिकटों को बनाने वाले एक सरगना का पता चला है। उसे हिरासत में लेकर भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम से उसके बनाए टिकटों की जानकारी मांगी गई है।
पहले 22 मार्च को जनता कफ्र्यू और फिर 24 मार्च से लॉकडाउन के कारण देशभर में ट्रेनों का संचालन बंद हो गया है। रेलवे ने एक मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत की थी। जबकि, 12 मई से नई दिल्ली से हावड़ा व मुंबई समेत 15 बड़े शहरों को राजधानी एक्सप्रेस की तर्ज पर एसी क्लास वाली स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत की है। इन ट्रेनों का रिजर्वेशन रेलवे के काउंटरों की जगह केवल आइआरसीटीसी की वेबसाइट व एप पर ही हो सकता है। ऐसे में पहले ही दिन जब 11 मई की शाम छह बजे आइआरसीटीसी की वेबसाइट खुली थी। उससे पहले ही दलालों ने सुपर तत्काल प्रो नाम का नया सॉफ्टवेयर बना दिया। आइआरसीटीसी की वेबसाइट के एप्लीकेशन को इसी सॉफ्टवेयर से खोलकर ओटीपी को बाईपास कर दिया। सीधे अप्लीकेशन भरकर बुकिंग खुलते ही मात्र 45 सेकेंड के अंदर यह दलाल खुद टिकट बना ले रहे हैं।
देशभर से जुड़े तार
पहली बार लॉकडाउन में लखनऊ में पकड़े गए इस सिंडीकेट के तार दिल्ली, मुंबई, हावड़ा व भुवनेश्वर सहित कई शहरों से जुड़े हैं। एसी क्लास वाली ट्रेनों के दो से चार हजार रुपये प्रति यात्री अधिक लेकर टिकट बेचा जा रहा है। टिकट शॉर्ट नाम जैसे अजय कुमार की जगह ए कुमार से बन रहा है। आरपीएफ की स्पेशल इंवेस्टिगेशन ब्यूरो सीआइबी ने स्पेशल ट्रेनों के कई टिकट बरामद किए हैं। उनकी रिपोर्ट आइआरसीटीसी से मांगी गई है।