आरोग्य एप पर प्रियंका गांधी के ट्वीट करते ही भदोही के डीएम बैकफुट पर, अपने ही आदेश को कहा त्रुटि
गाजीपुर न्यूज़ टीम, भदोही. भदोही में सभी को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कराने और पीएम केयर फंड में सभी से 100-100 रुपये दान करने के आदेश पर डीएम शनिवार को घिर गए। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के ट्वीट करते ही बैकफुट पर आए डीएम ने अपने आदेश को लिपिकीय त्रुटि बताते हुए सफाई दी।
डीएम राजेंद्र प्रसाद की ओर से 28 अप्रैल को अधिकारियों को पत्र जारी किया गया था। इस पत्र में जिलाधिकारी ने सभी अफसरों को आदेश जारी कर कहा कि वे ज्यादा से ज्यादा आम लोगों से आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करवाएं। आदेश में यह भी कहा गया कि आरोग्य सेतु डाउनलोड कराने साथ 100-100 रुपए का अंशदान भी पीएम केयर्स फंड में करवाएं। साथ ही इसकी समीक्षा एक मई को करने को कहा था।
जिलाधिकारी ने जिले की तीनों तहसील के उपजिलाधकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायत अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कृषि, जिलापूर्ति और जिला कार्यक्रम अधिकारी को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कराने का आदेश दिया था। इसमें सभी अधिकारियों को दस हजार से लेकर बीस हजार लोगों के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड का लक्ष्य दिया गया। कुल मिलाकर तकरीबन एक लाख 40 हजार ऐप डाउनलोड का लक्ष्य दिया गया।
एक सुझाव:— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 2, 2020
जब जनता त्राहिमाम कर रही है। राशन, पानी, नकदी की किल्लत है। और सरकारी महकमा सबसे सौ सौ रुपए पीएम केयर के लिए वसूल रहा है तब हर नजरिए से उचित रहेगा कि पीएम केयर की सरकारी ऑडिट भी हो?
देश से भाग चुके बैंक चोरों के 68,000 करोड़ माफ हुए उसका हिसाब होना चाहिए।..1/2 pic.twitter.com/NLnA27CmR3
डीएम के इसी पत्र को शनिवार को प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए 'एक सुझाव' लिखकर तंज कसा। प्रियंका ने लिखा कि जब जनता त्राहिमाम कर रही है। राशन, पानी, नकदी की किल्लत है। और सरकारी महकमा सबसे सौ सौ रुपए पीएम केयर के लिए वसूल रहा है। तब हर नजरिए से उचित रहेगा कि पीएम केयर की सरकारी ऑडिट भी हो? देश से भाग चुके बैंक चोरों के 68,000 करोड़ माफ हुए उसका हिसाब होना चाहिए। संकट के समय जनता के सामने पारदर्शिता महत्वपूर्ण है। इसमें दोनो जनता और सरकार की भलाई है।
प्रियंका का ट्वीट वायरल होते ही जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने सफाई जारी की। डीएम ने कहा कि पत्र में आरोग्य सेतु एप जिले के सभी व्यक्तियों से डाउनलोड करने का आह्वान किया गया था। इसके लिए अधिकारियों को लक्ष्य दिया गया था। उक्त आदेश में कुछ लिपिकीय त्रुटि थी, जिसे अगले दिन 29 अप्रैल को ही ठीक करा दिया गया था। पीएम केयर फंड में सौ रुपए जमा करने की लोगों से अपील थी, किसी प्रकार की बाध्यता नहीं है।