Today Breaking News

मां के कोरोना संक्रमित होने पर 12 दिन की बच्ची क्वारंटाइन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, नोएडा। नोएडा के सेक्टर-8 निवासी युवक पिता बनने पर खुश था। पत्नी भी मां बनकर बच्ची के भविष्य को लेकर कई सपने संजो रही थी। लेकिन इस दंपति को क्या पता था कि इन खुशियों को पाने के लिए पहले कोरोना महामारी का सामना करना पड़ेगा।

जिला अस्पताल में प्रसव के दौरान यह महिला कोरोना संक्रमित आया के संपर्क में आई। जांच में महिला भी कोरोना पॉजिटिव आई। महिला को ग्रेटर नोएडा के शारदा अस्पताल में भर्ती करा दिया गया और बच्ची को वहीं पर क्वारंटाइन कर दिया गया। महिला के पति और देवर को भी क्वारंटाइन कर दिया गया है।

सेक्टर-8 स्थित 22 वर्षीय आकाश अपनी पत्नी का प्रसव कराने 25 अप्रैल को जिला अस्पताल पहुंचा। इसी दिन युवक की पत्नी ने बच्ची को जन्म दिया। 3.2 किलोग्राम की बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ थी। इसी दौरान जिला अस्पताल की वार्ड आया कोरोना से संक्रमित मिली थी। लिहाजा इस दिन अस्पताल में भर्ती महिलाएं और नवजात को जिला अस्पताल में क्वारंटाइन कर दिया गया। तीन मई को पत्नी की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ऐसे में महिला और बच्ची को ग्रेटर नोएडा के शारदा अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। बच्ची के नमूने भी लेकर जांच के लिए भेजे जाएंगे।

पत्नी के पॉजिटिव होने के बाद आकाश और उसके भाई को गलगोटिया हॉस्टल में क्वारंटाइन कर दिया गया है। आकाश ने बताया कि डॉक्टरों के मुताबिक अभी बच्ची और पत्नी दोनों ठीक हैं। मेरे और भाई के नमूने अभी नहीं लिए गए हैं।

मां के साथ रखना मजबूरी
बच्ची के जन्म से इस परिवार के तीन लोग साथ रहते थे। ऐसे में प्रसव के बाद पत्नी के पॉजिटिव पाए जाने पर बच्चे को उन्हीं के साथ रखने की मजबूरी थी, क्योंकि कोई अन्य महिला इनके परिवार में नहीं है। लॉकडाउन के कारण परिवार किसी को बुला भी नहीं सकता। मां के पॉजिटिव होने के दिन बच्ची सिर्फ नौ दिन की थी।

गाजियाबाद में नवजात बच्ची कोरोना की चपेट में
गाजियाबाद के कैलाभट्टा निवासी कोरोना पीड़ित गर्भवती महिला ने पांच दिन पूर्व एक बच्ची को जन्म दिया था। बच्ची की जांच कराई गई तो उसकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। बच्ची में कोरोना की पुष्टि के बाद इसका लालन-पोषण एक चुनौतीभरा काम था, लेकिन इस काम को डॉक्टर और स्टाफ नर्स बखूबी अंजाम दे रहे हैं।
'