लॉकडाउन में हुए सात फेरे, दूल्हा-दुल्हन बोले हम हो गए तेरे
गाजीपुर न्यूज़ टीम, हापुड़. तारे हैं बाराती.. चांदनी है ये बारात, सातों फेरे होंगे अब... हाथों में लेकर हाथ.. लॉकडाउन के बीच हापुड़ के एक गांव में हुई शादी के बाद परिणय सूत्र में बंधे दूल्हा-दुल्हन पर इस गाने की ये लाइनें बिल्कुल सटीक बैठती हैं। अनोखे ढंग से हुई शादी में ना बैंड, ना बजा अौर ना ही कोई बाराती शरीक हुअा। खास बात यह रही कि शादी के दौरान दूल्हा-दुल्हन ने मास्क लगाने के साथ शारीरिक दूरी का भी पालन किया। शादी संपन्न होने पर आशीर्वाद के रूप में स्वजन ने नवदंपती को मंगल कामनाएं दी।
इलाके में बनी चर्चा का विषय
शनिवार को गांव असौड़ा में हुई एक शादी जनपदभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। गांव असौड़ा निवासी मुकेश के पुत्र शैंकी का रिश्ता फरवरी माह में एफसीअाई कॉलोनी निवासी स्वर्गीय सर्वेश कुमार की पुत्री रेखा के साथ तय हुअा था। शादी के लिए तारीख 25 अप्रैल तय हुई थी। दोनों पक्षों के लोगों ने विवाह की सभी तैयारियों के साथ शादी का कार्ड परिचितों व रिश्तेदारों के यहां पहुंचा दिया था। सभी को बेसब्री से शुभ घड़ी का इंतजार था लेकिन, कोरोना वायरस के चलते देशभर में लागू हए लॉकडाउन ने दोनों पक्ष के लोगों के अरमानों पर पानी फेर दिया।
प्रशासन ने सिर्फ तीन लोगों के लिए जारी किया पास
शादी की तारीख नजदीक अाई तो दूल्हे ने जिला प्रशासन से अनुमति के लिए गुहार लगाई। जिला प्रशासन ने वर पक्ष के सिर्फ तीन लोगों को पास जारी किया। शनिवार को पिता मुकेश कार से बेटे दूल्हे शैंकी व अपने छोटे भाई नरेश के साथ एफसीअाई कॉलोनी निवासी वधु पक्ष के घर पहुंचे। वधु पक्ष के गिने-चुने लोगों ने मास्क पहनकर दूल्हे व उसके स्वजन का स्वागत करते हुए हाथ साफ करने के लिए सैनिटाइजर दिया।
घरवालों ने वीडियो कॉल से देखी शादी की रस्में
दोनों पक्षों के कुछ स्वजन ने वीडियो कॉल के जरिए शादी की रस्मों को घर बैठकर ही देखा। दूल्हा-दुल्हन समेत दोनों पक्षों के पांच लोग व एक पंडित की मौजूदगी में मास्क लगाकर शादी की सभी रस्में हुईं। इस दौरान दूल्हा-दुल्हन एक -दूसरे को सैनिटाइजर लगाकर कोरोना से संक्रमण मुक्त करते रहे। शादी के उपरांत देर शाम विदाई के दौरान दोनों पक्षों के लोगों ने आशीर्वाद भी दिया।