शराब तस्करी में शामिल भाजपा के युवा जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता पद से बर्खास्त, गिरफ्तारी की कोशिश में पुलिस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी में भाजपा के युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष संजय गुप्ता को पद से हटा दिया है। भाजपा के जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा ने सोमवार को बताया कि भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष सुबास यदुवंश ने संगठन के जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। हंसराज विश्वकर्मा ने बताया कि पिछले दिनों शराब तस्करी प्रकरण की पुलिस विवेचना में संजय गुप्ता का नाम आने और लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में प्रदेश संगठन ने स्वतः संज्ञान लेकर यह कार्रवाई की है। वहीं, पुलिस संजय गुप्ता की गिरफ्तारी की कोशिशों में लगी है। इसके लिए तीन टीमें बनाई गई हैं।
वाराणसी में चौबेपुर थाना क्षेत्र के चिरईगांव चौकी प्रभारी आनंद चौरसिया रिंग रोड पर चेंकिंग कर रहे थे। इस दौरान कार तेजी से निकली। पीछा करने पर सिंहपुर के पास गड्ढे में कार चली गई। इसके बाद पुलिस ने पकड़ लिया। कार सवार दो लोगों से पूछताछ की गई तो भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता का नाम सामने आया। चौबेपुर पुलिस ने कार कब्जे में ले लिया। इसी दौरान भाजयुमो जिलाध्यक्ष लिखी बिना नंबर की स्कार्पियो से कुछ लोग पहुंचे और पैरवी करने लगे। पुलिस स्कार्पियो भी थाने ले आई।
दोनों के साथ पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि दामोदरपुर निवासी भाजपा नेता के परिजन के नाम से शराब की लाइसेंसी दुकान है। इसी के जरिये शराब की तस्करी ऊंचे दाम पर हो रही थी। भाजपा नेता को भी पुलिस ने थाने बुलवा लिया। वहां मामले को रफा-दफा करने के लिए दबाव डाला जाने लगा। सत्ता पक्ष के कई लोगों के फोन थाने से लेकर पुलिस अधिकारियों तक आने लगे। चर्चा यह भी रही कि खुद भाजपा का नेता ही इस पूरे सिंडीकेट में शामिल है। हालांकि सीधे तौर पर कहीं संलिप्तता नहीं आने पर देर रात पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया। मामले में भाजपा नेता के भाई समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। कार और शराब जब्त कर ली गई।
देर रात एसएसपी के आदेश पर सीओ थाने पहुंचे। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित कर दी गई हैं। इसके पहले भी पूरनपट्टी में पिछले दिनों लाइसेंसी दुकान से खुलेआम शराब बिक्री हो रही थी। तब चौबेपुर पुलिस ने छापेमारी कर तीन को उठाया तो सत्ता पक्ष का झंडा लगे वाहन से पीछाकर पुलिसकर्मियों को रोक लिया गया। दबाव बनाकर छुड़वा दिया गया।