कोरोना फंड के व्यय में BJP विधायक को आने लगी भ्रष्टाचार की बू, सीडीओ से मांगी बची धनराशि
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ, कोरोना वायरस संक्रमण पर अंकुश लगाने की खातिर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के हर स्तर पर टीम तैयार करने के बाद भी मामला पटरी पर नहीं आ पा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के विधायक ही लॉकडाउन के साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव में लगे उपकरणों की खरीद में हेरफेर का आरोप लगा रहे हैं। हरदोई के गोपामऊ से पार्टी के विधायक श्याम प्रकाश ने कोरोना फंड में उपकरण की खरीद के साथ अन्य मद में 25 लाख रुपया दिया था। अब वह हरदोई के मुख्य विकास अधिकारी को पत्र भेजकर अपनी निधि के बाकी पैसे वापस मांग रहे हैं।
हरदोई के गोपामऊ से भाजपा के विधायक श्याम प्रकाश अपनी कार्यशैली के कारण चर्चा में रहते हैं। भाजपा विधायक ने स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर अपनी विधायक निधि वापस मांगी है। कोरोना वायरस के संकट से निपटने के गोपामऊ से भाजपा विधायक श्याम प्रकाश ने विधायक निधि से कोरोना फंड में 25 लाख रुपये दिए थे। अब वह इन पैसों को वापस मांग रहे हैं। इस संबंध में विधायक ने हरदोई जिला प्रशासन को एक पत्र लिखा है और कहा कि उनके दिए गए पैसों का सही इस्तेमाल नहीं हो रहा है, जिसके चलते उनकी विधायक निधि का पैसा वापस किया जाए।
विधायक श्याम प्रकाश आरोप लगाया कि उनकी विधायक निधि का कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। बार-बार कहने पर भी प्रशासन ने अभी तक खर्च पैसों का कोई हिसाब भी नहीं दिया है। ऐसे में उनकी पूर्व में निर्गत की विधायक निधि की राशि को तत्काल वापस उनकी निधि के खाते में भेजा जाए ताकि इसका इस्तेमाल जनहित के अन्य कार्यों में किया जा सके।
विधायक के पत्र पर सीडीओ ने पीडी से मांगी जानकारी
हरदोई की गोपामऊ विधान सभा क्षेत्र से भाजपा विधायक श्याम प्रकाश ने विधायक निधि से 25 लाख रुपये कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सामग्री खरीद के लिए विधायक निधि से धनराशि दी थी। उस धनराशि की 60 फीसद स्वास्थ्य विभाग को सामग्री खऱीद के लिए जारी हो चुकी है। विधायक के पत्र पर मुख्य विकास अधिकारी निधि गुप्ता ने बताया कि सोमवार को उनका पत्र मिला है। परियोजना निदेशक से जानकारी ली जा रही है कि जो धनराशि जारी हुई थी, उससे सामग्री खऱीद हुई या नहीं। अगर खरीद नहीं हुई होगी तो धनराशि वापस होगी। खरीद हो जाने की दशा में 60 फीसद में करीब 18 लाख की वापसी नहीं हो पाएगी।