उत्तर प्रदेश में क्यों और कैसे हुई दो साधुओं की हत्या, वारदात की इनसाइड स्टोरी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बुलंदशहर. यूपी के बुलंदशहर में सोमवार देर रात दो साधुओं की मंदिर परिसर में ही धारधार हथियार से हत्या कर दी गई। मंगलवार सुबह इसकी जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमले से लेकर राजनीतिक गलियारे में हड़कंप मच गया। महाराष्ट्र के पालघर में हुई साधु की हत्या के मामले देशभर में फैले प्रतिरोध की वजह से पुलिस प्रशासन भी तेजी में दिखा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी घटना का संज्ञान लेते हुए मामले का जल्द से जल्द खुलासा करने का आदेश दिया।
दो दिन पहले गायब हुआ था साधुओं का चिमटा :
बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि अनूपशहर के पगोना गांव में 2 साधुओं की हत्या के मामले में गांव के ही एक युवक राजू को नशे की हालत में पुलिस ने घटनास्थल से करीब दो किलोमीटर दूर दूसरे गांव से अर्द्धनग्न अवस्था में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। बताया गया है कि 2 दिन पूर्व आरोपी युवक ने साधुओं का चिमटा गायब कर दिया था, जिसको लेकर साधुओं ने नाराजगी जताई थी। इसी बात से क्षुब्ध होकर उक्त युवक के द्वारा रात्रि में दोनों साधुओं की हत्या किए जाने की आशंका है। पुलिस मामले की गहराई से छानबीन कर रही है।
ये है पूरा मामला :
बुलंदशहर के अनूपशहर कोतवाली के गांव पगोना में स्थित शिव मंदिर पर पिछले करीब 10 वर्षों से साधु जगनदास (55 वर्ष) और सेवादास (35 वर्ष) रहते थे। दोनों साधु मंदिर में रहकर पूजा करते थे। सोमवार की देर रात मंदिर परिसर में ही दोनों साधुओं की धारदार हथियारों से प्रहार कर हत्या कर दी गई। मंगलवार सुबह जब ग्रामीण मंदिर में पहुंचे तो उन्हें साधुओं के खून से लथपथ शव पड़े मिले। जानकारी पुलिस को दी जिसके तुरंत बाद अधिकारी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने एक युवक पर शक जताया था। पुलिस उसकी तलाश में थी। उसे दो किलोमीटर दूर दूसरे गांव से अर्द्धनग्न अवस्था में गिरफ्तार कर लिया है
पालघर में दो साधुओं की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी
बीते 17 अप्रैल को महाराष्ट्र के पालघर में दो साधु और एक ड्राइवर की करीब 200 लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। बताया जाता है कि भीड़ ने इको वैन में बैठे दोनों साधु और उनके ड्राइवर को चोर समझ लिया था और फिर उनकी पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी।