दवा लेने के लिए तैरकर पार की नदी- पुलिस ने दौड़ाया तो फिर नदी में कूदा, मौत
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर, लॉकडाउन में दवा खत्म हो गया तो पीडि़त व्यक्ति नदी पारकर शहर से दवा लेने पहुंचा। नदी तो उसने पार कर लिया लेकिन पुलिस की बाधा वह पार न कर सका। शहर पहुंचते ही पुलिस ने उसे रोकना चाहा लेकिन पुलिस के डर से वह भागकर नदी में कूद गया, इस बार वह नहीं बच पाया और डूबने से उसकी मौत हो गई। मामला संतकबीर नगर जिले का है।
लोगों के सहयोग से निकाला गया शव
लाॅकडाउन का पालन कराने में जुटी गोरखपुर जनपद की सिकरीगंज थाने की पुलिस ने दौड़ाया तो पुलिस की लाठी के भय से एक अधेड़ व्यक्ति कुआनो नदी में कूद गया। आसपास के लोगों के सहयोग से पुलिस ने इन्हें नदी से निकाला। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैंसर बाजार के डाक्टरों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
तैरकर पार की ली थी नदी
धनघटा थानाक्षेत्र के बड़गो गांव के निवासी अनुसूचित जाति के 50 वर्षीय शिवकुमार पुत्र मेवा प्रसाद बुधवार को सुबह के करीब छह बजे गांव से पैदल निकले। शिवकुमार अपनी दवा लेने के लिए गांव से करीब लगभग दो किमी दूर गोरखपुर जनपद के सिकरीगंज जा रहे थे। सिकरीगंज पुल के पास लगे बैरियर के पास सुबह के साढ़े सात बजे पहुंचे कि गोरखपुर जनपद के सिकरीगंज थाने की पुलिस ने इन्हें रोक दिया। पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद शिवकुमार कुआनो नदी को तैरकर नदी को पार करके सिकरीगंज की सीमा में पहुंच गए।
पुलिस कर्मियों के डर से नदी में कूदे
नदी पार करने के बाद गोरखपुर जिले की सिकरीगंज पहुंचे तो थाने के पुलिसकर्मियों ने इन्हें सुबह के करीब नौ बजे दौड़ा लिया। पुलिस की लाठी से बचने के लिए ये सिकरीगंज पुल के पास कुआनो नदी में कूद गए। आसपास के लोगों ने इन्हें डूबता हुआ देखकर शोर मचाया। इस पर घटनास्थल के पास संत कबीरनगर जनपद के धनघटा थानाक्षेत्र के बसवारी गांव पुलिस चौकी के पुलिसकर्मी पहुंचे। लोगों के सहयोग से पुलिसकर्मियों ने इन्हें नदी से बाहर निकलवाया। गंभीर अवस्था में शिवकुमार को लेकर पुलिस सीएचसी हैंसर बाजार पहुंची जहां डाक्टरों ने बाद मृत घोषित कर दिया। बसवारी के चौकी प्रभारी कामेश्वर मिश्र ने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
कंधे में चोट की दवा लेने जा रहे थे
शिवकुमार के कंधे में एक साल पहले चोट लगी थी। इसके अलावा इनकी 45 वर्षीय पत्नी प्रेमशीला के घुटने में दर्द था। दोनों की दवा चल रही थी। इनका एक रिस्तेदार दवा लेकर गोरखपुर के सिकरीगंज आया था। शिवकुमार वही दवा लेने सिकरीगंज जा रहे थे।