आइसोलेशन और क्वारंटाइन सेंटर से भाग नहीं पाएंगे कोरोना संदिग्ध, पकड़ेगी ये डिवाइस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, कन्नौज। प्रदेश के बागपत जिले से कोरोना संक्रमित नेपाली जमाती के भागने की घटना हो या फिर क्वारंटाइन सेंटर से संदिग्धों के चुपचाप निकल जाने की घटना, ऐसी घटनाएं पुलिस प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बनती हैं और ऐसे लोग संक्रमण बढ़ाने का खतरा भी पैदा कर देते हैं। ऐसे में इनपर सतत निगरानी कराई जा रही लेकिन ऐसे मरीज धोखा देने से बाज नहीं आ रहे हैं। अब असाइसोलेशन वार्ड और क्वारंटाइन सेंटर से लोग भाग नहीं पाएंगे, भागने की कोशिश करते ही एक डिवाइस के माध्यम से वे तत्काल पकड़े जाएंगे।
दरअसल प्रदेश में कई स्थानों से क्वारंटाइन सेंटरों से जमातियों और लोगों के भागने की खबरें आ रही हैं। क्वारंटाइन सेंटर और आइसोलेशन वार्ड से भागने वालों को रोकने के लिए कन्नौज के ठठिया निवासी जीतू शुक्ला ने रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिटी डिवाइस (आरएफआइडी) बनाई है। ये डिवाइस सेंसर बेस्ड है। पुलिस अफसरों के सुझाव पर यह डिवाइस बनाने के बाद इसका परीक्षण भी सफल रहा है। अब इसे पुलिस प्रशासन को सौंपने की तैयारी चल रही है और इसे सबसे पहले वेस्ट यूपी में प्रयोग की जाएगी।
जीतू ने बताया कि पुलिस विभाग के अधिकारी ने फोन करके जमाती और कोरोना संदिग्ध को भागने से रोकने के लिए डिवाइस बनाने को कहा था। उन्होंने कहा था कि भागने से लेकर हर हरकत का पता चलता रहे। उन्होंने डिवाइस बनाने के बाद सात अप्रैल को प्रयोगशाला में डेमो किया, जो सफल रहा। इसमें सिस्टम में कई तरह के सेंसर जोड़े जा सकते हैं। अमूमन ऐसी डिवाइस जल्दी खराब हो जाती हैं और बैटरी तीन-चार घंटे में खत्म हो जाती है। लेकिन, इसकी तीन साल की वारंटी है और ये खराब नहीं होगी।
ऐसे करेगा काम
जीतू ने बताया कि यह डिवाइस कार रिमोट की तरह है, जो जेब में आसानी से रखी जा सकती है। आसोइसोलश वार्ड या क्वारंटाइन सेंटर के अधिकृत प्रभारी के पास यह डिवाइस रहेगी। इसमें वार्ड या सेंटर के प्रवेश गेट पर थर्मल मोशन सेंसर लगाया जाता है, इसलिए जो भी दरवाजे से अंदर या बाहर जाता है तो उसकी सूचना कंट्रोल यूनिट तक पहुंच जाती है। प्रवेश करने या बाहर जाने वाले व्यक्ति के पास अगर आरएफआइडी नहीं है तो इससे जुड़ा अलार्म तत्काल बज उठता है। अगर कोई बगैर अनुमित मरीज से मिलने जता है तो भी अलार्म बज उठेगा।
मैसेज और कॉल की भी सुविधा
जीतू ने बताया कि डिवाइस में सिम लगाने की भी सुविधा है। इसमें जिन लोगों के नंबर सेव होंगे, उन नंबरों पर मरीज के भागने पर कॉल और मैसेज अलर्ट पहुंचेगा। अगर कोई खिड़की से भागने का प्रयास करता है तो भी पकड़ा जाएगा। डिवाइस में ग्लास ब्रेकिंग सेंसर भी जोड़ा गया है, जो किसी भी तरीके का वाइब्रेशन होने पर सिर्फ 1 सेकेंड के अंदर सारे सिस्टम को ऑन कर देता है।