प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी कार्यकर्ताओं से फोन पर कहा, बनारस का गमछा किसी मास्क से कम नहीं
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी। 'हैलो, मैं प्रधानमंत्री कार्यालय से बोल रहा हूं, प्रधानमंत्री जी आपसे बात करेंगे। वाराणसी में सुबह जब कुछ लोगों के फोन पर घंटी बजी और कहा गया कि प्रधानमंत्री कार्यालय से बोल रहे और पीएम मोदी बात करेंगे तो सभी कुछ पल के लिए संजीदा हो गए। प्रधानमंत्री भी इस बात को समझ रहे थे इसलिए मंत्री, पदाधिकारी से लेकर कार्यकर्ता तक से जब बात की तो पहले उनका और उनके परिजनों का कुशलक्षेम पूछा और फिर काशी का हाल जाना।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, सेवापुरी से अपना दल एस के विधायक नीलरतन पटेल नीलू, पार्टी कार्यकर्ता अजय सिंह से फोन पर बातचीत की। पांच मिनट की इस बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री का पूरा जोर कार्यकर्ताओं के जरिए प्रत्येक काशीवासी के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड कराएं। यह उनके जीवन की सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में उनका काशी आना संभव नहीं है लेकिन काशी में प्रत्येक घर में राशन-भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित कराना आप सभी की जिम्मेदारी है।
मास्क की पहली जरूरत डाक्टर, सफाईकर्मी को, आप गमछे का करें बखूबी इस्तेमाल
पदाधिकारियों से बातचीत के दौरान जब प्रधानमंत्री को पता चला कि भारी संख्या में वे मास्क तैयार करा रहें तो उन्होंने कहा कि मास्क बनवाने में अपनी ऊर्जा न लगाएं। बनारस का गमछा किसी मास्क से कम नहीं। उत्तर प्रदेश में लोग तौलिया और गमछा कंधे पर डालकर चलते हैं। गमछा और तौलिया किसी मास्क से कम नहीं। लोगों की आदत डलवाएं कि वह गमछा-तौलिया मुंह पर लगाकर चलें। मास्क की इस समय सबसे अधिक आवश्यकता डाक्टर, सफाईकर्मियों, पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को है।