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उत्तर प्रदेश में शुरू हुई कोरोना की पूल टेस्टिंग, ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बना

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश कोरोना वायरस (कोविड-19) का पूल टेस्ट करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। यूपी के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने गुरुवार को बताया कि प्रदेश में कोविड-19 का पूल टेस्ट शुरू कर दिया गया है। ऐसा करने वाला यह देश का पहला राज्य है। बुधवार को आगरा में 150 नमूनों को पांच-पांच के 30 पूल बनाकर जांचा गया। सबकी रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि ये नमूने आगरा के कोरोना नियंत्रण क्षेत्र से बाहर के बफर जोन से मंगाए गए थे, ताकि यह पता चल सके कि क्या संक्रमण नियंत्रण क्षेत्र तक ही सीमित है, या फिर उसके बाहर भी पहुंचा है। आज से प्रदेश के अन्य जिलों में भी पूल टेस्ट शुरू कराए जाएंगे।

इसके अलावा उन्होंने बताया कि प्रदेश में 46 नए मामले सामने आने के साथ ही कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 773 हो गई है। प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 46 नए मामले सामने आए हैं। इस तरह राज्य में संक्रमित लोगों की कुल संख्या 773 हो गई है। ये मामले 48 जिलों के हैं। इनमें से अब तक 69 लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। इनमें आगरा के 10, गाजियाबाद के सात, मेरठ के 14, नोएडा के 24, लखनऊ के छह, पीलीभीत और बरेली से दो-दो, कानपुर, शामली, लखीमपुर खीरी और मुरादाबाद का एक-एक व्यक्ति शामिल है।

उन्होंने बताया कि अभी तक इस बीमारी से 13 लोगों की मृत्यु हुई है। प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में नमूनों और परीक्षण की संख्या लगातार बढ़ रही है। कल भी 2615 नमूनों की जांच की गई। 3000 से ज्यादा नमूने प्रयोगशालाओं को भेजे गए हैं। अब प्रयोगशालाओं की संख्या और क्षमता बढ़ रही है। इसी वजह से अब ज्यादा संख्या में नमूने एकत्र कर पा रहे हैं। परीक्षण की संख्या जितनी ज्यादा बढ़ेगी, जितनी जल्दी मामले पकड़ में आएंगे, उतनी ही प्रभावी उसकी रोकथाम होगी।

उन्होंने बताया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग अब कोरोना से मरने वालों का लेखा-जोखा तैयार करेगा। जिनकी इस संक्रमण के कारण मौत हुई है, उनका पूरा विवरण तैयार होगा, जिससे भविष्य में आने वाले प्रकरणों के इलाज में मार्गदर्शन मिल सके। प्रसाद ने बताया कि 15 अप्रैल तक निगरानी और नियंत्रण की कार्रवाई के तहत 14.74 लाख घरों के 72 लाख एक हजार 799 लोगों का सर्वेक्षण हो चुका है। जिन लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं, उन्हें परामर्श दिया गया है या उन्हें क्वारंटाइन किया गया है।

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