कोरोना वायरस : ट्रेन तक जाने के लिए यात्रियों को विशेष टनल से गुजरना होगा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, देशभर में 15 अप्रैल से ट्रेनों को चलाने की तैयरी है। ट्रेनें शुरू होने के साथ रेलवे ने कोरोना वायरस से सुरक्षा को लेकर अभी से तैयारियां तेज कर दी हैं।
इसके लिए पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ जंक्शन पर पहला प्यूमिगेशन टनल तैयार कर रहा है। यह एक प्रोटोटाइप होगा। इसमें सुरक्षा की सभी तैयारियां डीआरएम परखेंगे। रेलवे ने मंगलवार से ही इसका काम शुरू कर दिया है। जंक्शन पर लग रही फ्यूमिगेशन टनल से यात्रियों को कई चरणों से होकर गुजरना पड़ेगा।
कैब वे का रास्ता बंद रखने की तैयारी
अधिकारिक सूत्रों की मानें तो कोरोना वायरस को फैलाने से रोकने के लिए स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार को छोड़कर सभी प्रवेश और निकास द्वार बंद रहेंगे। वीआईपी ट्रेनें जैसे शताब्दी, पुष्पक और लखनऊ मेल सरीखीं ट्रेनों से जाने वाले वीआईपी समते सभी यात्री टनल से गुजरेंगे। साथ ही मेट्रो के रास्ते मवैया की और आने वाला रास्ता भी बंद रहेगा।
ट्रेन में सवार से पहले टनल से गुजरेंगे यात्री
कोरोना संक्रमण की रोकथाम को रेलवे पुख्ता इंतजाम करेगा। लॉकडाउन के बाद ट्रेन चलाने से पहले रेलवे बोर्ड ने स्टेशनों पर सुरक्षा संबंधी खाका तैयार करने को कहा है। ट्रेन में सवार से पहले यात्री की इन्फ्रारेड थर्मामीटर से परख होगी और साथ ही उसे सेनिटाइज एक टनल से गुजरना होगा। यानी यात्री स्टेशन पर एक ही एंट्री गेट से आएं जाएं। मुरादाबाद में इसके लिए कामिर्शियल, इंजीनियरिंग और आरपीएफ की कमेटी बनेगी।
स्टेशन 2 घंटे पहले पहुंचना होगा
स्क्रीनिंग से लेकर फ्यूमिगेशन टनल से होकर ट्रेनों तक पहुंचने में काफी समय लगेगा। इसके लिए स्टेशन पर यात्रियों को एयरपोर्ट की तरह 2 घंटे पहले पहुंचना अनिवार्य किया जाएगा। देरी से पहुंचने वाले यात्रियों के टिकट के पैसे वापस नहीं होंगे।
45 डिग्री का होगा स्टीम चैनल
फ्यूमिगेशन टनल के पास सबसे पहले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। फिर यात्री 45 डिग्री वाले स्टीम तापमान से गुजरेंगे। बाद में यात्रियों को स्प्रे मशीन से सैनिटाइज़ किया जाएगा। तब कहीं जाकर यात्रियों को प्रवेश मिलेगा। यात्रियों को इसमें 8 से 10 सेकंड तक रुकना होगा। यात्रियों को संक्रमण से बचाने के लिए इसमें दवाओं का भी इस्तेमाल होगा।