आप सर्दी-जुकाम की खरीदेंगे दवा तो दुकानदार पूछेंंगे नाम-पता
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. सर्दी जुकाम बुखार जैसी सामान्य बीमारी की दवाएं भी दुकानदार अब बगैर डॉक्टर के सलाह के नहीं बेच सकेंगे। जिन मरीजों को दवाएं बेचेंगे उनका पूरा ब्यौरा रखेंगे। इतना ही नहीं दुकानदार इन बीमारियों में दी जाने वाली दवाओं का पूरा रिकॉर्ड रखेंगे। मरीजों की सूची रोजाना महकमे को अपडेट करेंगे।
देश में कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए शासन ने नई पहल की है। सरकार अब समाज में छिपे हुए मरीजों की पहचान करने में जुट गई है। इसमें कोरोना संक्रमित एसिम्प्टोमेटिक मरीज भी शामिल है। सरकार ने ऐसे मरीजों की पहचान के लिए यह पहल की है। शासन अब सर्दी, जुकाम, बुखार से पीड़ित हर मरीज का ब्यौरा रखेगी। इसके लिए दवा बेचने वाले दुकानदारों से ही मरीजों का ब्यौरा जुटाया जा रहा है। सरकार ने इसके लिए आदेश जारी कर दिया है।
औषधि विभाग को रोज देना होगा ब्यौरा
आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की तरफ से अपर आयुक्त प्रशासन राहुल सिंह ने आदेश जारी कर सूबे के सभी दवा विक्रेताओं को रोजाना सर्दी, जुकाम, बुखार के मरीजों का ब्यौरा भेजने को कहा है। दुकानदार जिन मरीजों को दवाएं देंगे उनकी पूरी डिटेल नोट करेंगे। इसके साथ ही उस डिटेल को रोजाना सरकार की वेबसाइट पर अपडेट भी करेंगे। इसके लिए ई-लिंक https://forms.gle पर अपडेट करना होगा।
गोरखपुर में है 2400 दवा विक्रेता
केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के जिला महामंत्री दिलीप सिंह ने बताया कि जिले में गरीब 2400 दवा विक्रेता पंजीकृत है। इनमें से 60 फीसदी दुकान ग्रामीण क्षेत्रों में है। करीब 600 थोक विक्रेता है। अधिकांश फुटकर विक्रेताओं की दुकान से सर्दी, जुकाम, बुखार की दवाईयां दी जाती हैं। 40 फीसदी से अधिक मरीज सेल्फ-मेडिकेशन में दवाई ले जाते हैं। यह मरीज ही चुनौती होंगे। इन मरीजों को का ब्यौरा दर्ज करना होगा।
केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन ने जारी किया आदेश
केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट फेडरेशन की प्रदेश इकाई इसको लेकर संजीदा हो गई है। संगठन के प्रदेश महासचिव सुरेश गुप्ता ने सभी सदस्यों को पत्र लिखकर आदेश जारी किया है कि वह रोजाना शासन की वेबसाइट पर सूचना दें। जिससे सरकार को सइर्ह-जुकाम के मरीजों की जानकारी मिले।