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मायावती की मांग, कोटा में फंसे छात्रों की तरह प्रवासी मजदूरों को भी घर पहुंचाया जाए

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ, बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया व यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने लाॅकडाउन के दौरान विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों व गरीब लोगों के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार से उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था कराने की मांग की है। उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि लाखों गरीब व मजदूर बेरोजगारी और भुखमरी की मार झेल रहे हैं और अपने घर वापस लौटना चाह रहे हैं। मायावती ने कहा कि जिस प्रकार से कोटा में फंसे छात्रों को उनके घरों तक पहुंचाया गया, उसी प्रकार से इन प्रवासी गरीबों को भी पहुंचाया जाए। 

बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा कि 'कोरोना प्रकोप के कारण लगे देशव्यापी लाॅकडाउन से सर्वाधिक महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा तथा अन्य राज्यों में लाखों गरीब व मजदूर प्रवासी लोग बेरोजगारी व भुखमरी की मार झेल रहे हैं। उन्हें एक वक्त का भोजन भी सही से नहीं मिल रहा है। वे हर हाल में अपने घर वापस लौटना चाहते हैं। मायावती ने आगे लिखा कि 'ऐसे में केंद्र सरकार से आग्रह है कि वह उनकी इस मांंग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करके तथा लाॅकडाउन के नियमों का भी सही से पालन करते हुए उन्हें विशेष ट्रेनों व बसों आदि से उनके घरों तक भेजने की व्यवस्था कराए जैसा कि कोटा से छात्रों को भेजने हेतु किया गया है।


मायावती ने छात्रों को लाने के फैसले का किया था स्वागत
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाने के लिये बसें भेजने के फैसले का बसपा प्रमुख मायावती ने स्वागत किया था। उन्होंने यह भी मांग की थी कि ऐसे ही कदम उन मजदूरों के लिये भी उठाए जाएं जो अपने घरों से दूर फंसे हुए हैं। शनिवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया कि कोचिंग पढ़ने वाले लगभग 7,500 युवकों को लॉकडाउन से निकालने व उन्हें सुरक्षित घरो में भेजने के लिए यूपी सरकार ने, काफी बसें कोटा, राजस्थान भेजी है। यह स्वागत योग्य कदम है। बीएसपी इसकी सराहना भी करती है, लेकिन सरकार से यह भी आग्रह है कि वह ऐसी चिंता यहां के उन लाखों गरीब प्रवासी मजदूर परिवारों के लिए भी जरूर दिखाये, जिन्हें अभी तक उनके घर से दूर नारकीय जीवन जीने को मजबूर किया जा रहा है।



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