लखनऊ में एक दिन में कोरोना वायरस के नौ नए मामले, नया गांंव मोहल्ला भी सील
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। तबलीगी जमात ने शहर को खतरे में डाल दिया है। हर रोज कोरोना वायरस का प्रसार बढ़ रहा है। राजधानी में नौ लोगोें में वायरस की पुष्टि हुई है। यह सभी जमात व मरीजों के संपर्क में आने से संक्रमण की चपेट में आए हैं। वहीं केजीएमयूू के ट्रामा में भर्ती एक बुजुर्ग के कोराना संक्रमित होने के बाद से पुलिस अलर्ट हो गई है। छानबीन में यह पता चलने के बाद कि बुजुर्ग कैसरबाग के नजीराबाद रोड स्थित नया गाँव मोहल्लाे का रहने वाला है, पुलिस प्रशासन उस पूरे इलाके को सील कर दिया है।
पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय के मुताबिक बुजुर्ग तीन मार्च को सऊदी अरब से लखनऊ आया था, जिसके संपर्क में आए लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है। बुजुर्ग ने केजीएमयू के चिकित्सकों से खुद के विदेश से आने की बात छिपाई थी। इस मामले में बुजुर्ग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले 12 हॉट स्पॉट सील किए गए थे, जिनमे 4 आंशिक रूप से थे। अब तक राजधानी में कुल 13 इलाके सील किए जा चुके हैं।
नौ मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि
सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक रविवार को 66 सैंपल जांच के लिए केजीएमयू भेजे गए थे। सोमवार को नौ मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। यह मरीज शहर के अस्पतालों में आइसोलेट कर दिए गए हैं। इनमें एक महिला व आठ पुरुष हैं। इसमें से तीन जमाती, पांच सदर व एक नजीराबाद के नया गांव निवासी मरीज है। अब इन क्षेत्रों में संक्रमित मरीजों के संकर्प में आए लोगों की तलाश की जा रही है। 80 संदिग्ध लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। केजीएमयू के प्रवक्ता डाॅ सुधीर के मुताबिक रविवार रात को कुल 740 नमूनों की जांच की गई। इसमें 40 लोग कोरोना पाॅजिटिव पाया गया। इसमें 36 आगरा के मरीज हैं। इसके अलावा पीजीआइ, लोहिया संस्थान में भी विभिन्न जनपदों के मरीजों की जांच जारी है।
पहली बार लखनऊ के एक साथ नौ मरीज
राजधानी में अभी तक 12 केस एक दिन में सर्वाधिक कोरोना के पाए गए हैं। यह सभी तबलीगी जमात के रहे। साथ ही सुल्तानपुर निवासी है। वहीं लखनऊ के लोगों में एक दिन में नौ लोगों में पहली बार कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। ऐसे में राजधानी में 34 कोरोना के मरीज हो गए। इसके अलावा 19 तबलीगी जमात से जुड़े मरीज पॉजिटिव भर्ती हैं।
मेडवेल और चरक डायग्नोस्टिक सेंटर को बंद करने का आदेश
केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में जिस मरीज के कोरोना पॉजिटिव निकलने पर हड़कंप मचा है, वह यहां आने से पहले बर्लिंगटन चौराहा स्थित मेडवेल हाॅस्पिटल और चौक के चरक डाॅयग्नोस्टिक सेंटर भी गया था। यह जानकारी मिलने के बाद सीएमओ डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल ने अस्पताल व डायग्नोस्टिक सेंटर को बंद करने का आदेश दे दिया है। दोनों जगहों के सभी स्टाफ को क्वॉरेंटाइन भी कराया जा रहा है। इन सभी के भी नमूने कोरोना जांच के लिए लिए भेजे जाएंगे। अमीनाबाद के नजीराबाद में रहने वाले एक बुजुर्ग को एक अप्रैल को बुखार आया। परिवारीजनों ने इलाज स्थानीय स्तर पर शुरू करवाया तो हालत में सुधार महसूस हुआ। फिर सूखी खांसी आने पर नौ अप्रैल को मेडवेल हाॅस्पिटल ले गए।
डॉक्टरों ने कोरोना के लक्षण होने के संदेह पर किसी सरकारी अस्पताल में जाने की सलाह दी। एक्सरे करवाने को भी बोला। फिर वह चरक डाॅयग्नोस्टिक सेंटर गया। एक्सरे के बाद घर चला गया। फिर 11 अप्रैल की शाम तबीयत बिगड़ी तो ट्रॉमा पहुंचा। सीएमओ डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि मरीज की मेडिकल हिस्ट्री लेने पर यह जानकारी हासिल हुई, जिसके बाद एहतियातन यह कदम उठाया गया है। दोनों केंद्रों को तत्काल बंद करने का निर्देश दे दिया गया है। दोनों जगहों के पूरे स्टाफ को क़वारंटाइन करवा दिया गया है।