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इंतजार कीजिए, लॉकडाउन के बाद सस्ती मिलेगी शराब और बीयर!

गाजीपुर न्यूज़ टीम, कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन में बूंद-बूंद के लिए तरस गए शराब और बीयर के शौकीनों के लिए राहत भरी खबर है। लॉकडाउन खत्‍म होने के बाद शराब और बीयर के दामों में गिरावट आना संभावित है। उसके पीछे वजह यह है कि आबकारी विभाग ने निर्देश जारी किए हैं कि लॉकडाउन खत्‍म होने के साथ ही प्रदेश में शराब और बीयर की बिक्री आरंभ होगी। दुकानों में रखा स्‍टॉक एक सप्‍ताह में खत्‍म होना होगा। वर्तमान में बंद दुकानों में भरपूर स्‍टॉक रखा हुआ है। एक सप्‍ताह में दुकानदार इस स्‍टॉक को खत्‍म करने के लिए दामों में कमी कर सकते हैं।

लखनऊ संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश सरकार ने देशी-विदेशी शराब व बीयर के कारोबारियों (लाइसेंसधारी) को बड़ी राहत दी है। कोरोना के चलते बंद शराब की दुकानें लॉकडाउन समाप्त होते ही खुलेंगी। मौजूदा लाइसेंसधारियों को लॉकडाउन की समाप्ति से सात दिन में ही शराब का शेष स्टाक बेचने की अनुमति रहेगी। सरकार ने यह कदम लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही पिछले माह अचानक शराब की दुकानें बंद किए जाने से फुटकर व थोक लाइसेंसियों को होने वाली तमाम दिक्कतों को देखते हुए उठाया है। चूंकि शेष स्टाक को बेचने के लिए मौजूदा लाइसेंसी को सप्ताहभर की ही मोहलत दी जा रही है, इसलिए माना जा रहा है कि लाइसेंसी ज्यादा से ज्यादा स्टाक खत्म करने के लिए शराब व बीयर के दाम घटाकर बेच सकता है क्योंकि उसके बाद बचा स्टाक नष्ट कर दिया जाएगा। प्रमुख सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी द्वारा इस संबंध में जारी शासनादेश के मुताबिक लॉकडाउन की वजह से देशी-विदेशी शराब व बीयर की बिक्री प्रभावित हुई है।

दुकानों के लाइसेंस आवंटन की तय शर्तों को कोरोना संकट की वजह से पूरा नहीं किया जा सका है इसलिए फुटकर और थोक विक्रेताओं की दिक्कतों का निस्तारण किया जा रहा है।

मॉडल शॉप व बार को एक पखवारे का समय
मॉडल शॉप व क्लब के संचालकों को स्टाक खपाने के लिए लॉकडाउन खुलने से एक पखवारे की अवधि की अनुमति दी जाएगी। हालांकि, लॉकडाउन खुलने के 24 घंटे के भीतर थोक और फुटकर विक्रेताओं को अपने पूरे स्टाक की घोषणा करनी होगी।

दुकानों में बचा करोड़ों का स्टाक
प्रदेश में देसी शराब की दुकानों जिनके लाइसेंस का नवीनीकरण हो गया है और जिनका नहीं हुआ। ऐसी कुल 12467 दुकानें हैं और इनमें लगभग 736830 पेटी देसी शराब का स्टाक बचा हुआ है। जिसका अनुमानित मूल्य लगभग 215.20 करोड़ है। देसी शराब के थोक विक्रेताओं जिनके लाइसेंस का नवीनीकरण हुआ है और जिनका नहीं हुआ है, के यहां करीब 249954 पेटी देसी शराब का स्टाक बचा हुआ है जिसका अनुमानित मूल्य लगभग 215 करोड़ रुपये है। अंग्रेजी शराब और बीयर की फुटकर दुकानों और माडल शाप पर लगभग 960036 पेटी अंग्रेजी शराब और बीयर का स्टाक बचा है।

चोरी छिपे खूब बिकी पर अब भी स्‍टॉक बाकी
स्‍टॉक को लेकर सरकारी विभाग के आंकड़े वास्‍तविक स्थिति से इतर भी हो सकते हैं क्‍योंकि लॉकडाउन के दौरान भी चोरी-छिपे मुंहमांगी कीमत पर शराब की बिक्री हुई है। आगरा में ही कई दुकानों और बार से शराब की बिक्री का पर्दाफाश हो चुका है। दुकानों के रिकॉर्ड का मिलान मार्च में हुआ था, उसके बाद से लॉकडाउन हुए एक महीना बीत चुका है। इस बीच 700-800 रुपये कीमत वाली अंग्रेजी शराब की बोतल को 2500 रुपये तक में चोरी-छिपे बेचा गया। हालांकि उसके बावजूद अब भी अधिकांश दुकानों में स्‍टॉक भरपूर है। आगरा में अनुज्ञापी अतुल दुबे और दानवीर परमार ने बताया कि मार्च में लॉकडाउन होने के बाद से कोई बिक्री नहीं हुई है। उन्‍हें तो यह डर सता रहा है कि दुकानें खुलने पर जो भीड़ टूटेगी, उसे नियंत्रित कैसे करेंगे।
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