हरियाणा से उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के मजदूर सबसे पहले लौटे घर, जानें अब किस शहर के लोग आएंगे घर वापस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. देश के दूसरे प्रदेशों में रह रहे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को वापस लाने का काम शनिवार से शुरू हो गया। हरियाणा राज्य से 2224 मजदूरों को 82 बसों से वापस प्रदेश लाया गया,ये मजदूर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के हैं। रविवार यहां रह रहे 11 हजार मजदूर वापस आ जायेंगे। हरियाणा में शेष बचे चिह्नित श्रमिकों को रविवार की सुबह हरियाणा रोडवेज की 330 बसें प्रदेश लेकर आएंगी। ये बसें शामली, बागपत, मथुरा, नोएडा, अलीगढ़ और सहारनपुर की सीमा तक आएंगी। हरियाणा की सीमा से लगे प्रदेश के इन ज़िलों में डॉक्टरों की टीम पहले से ही मौजूद होगी। वहाँ उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी। पूरी जाँच के बाद ही उन्हें घर भेजा जाएगा। इन श्रमिकों की स्क्रीनिंग करने की ज़िम्मेदारी सम्बंधित 16 ज़िलों के जिला प्रशासन की थी ।
अपर मुख्य सचिव गृह और सूचना अवनीश अवस्थी ने शनिवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अन्य राज्यों में 14 दिन का पृथकवास पूरा कर चुके उत्तर प्रदेश के श्रमिकों, कामगारों तथा मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाने के सम्बन्ध में निर्देश दिये थे। उन्होंने बताया कि इसी को अमल में लाते हुए शनिवार को हरियाणा राज्य से 2224 मजदूरों को 82 बसों से वापस प्रदेश लाया गया,ये मजदूर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के हैं।उन्होंने कहा कि रविवार यहां रह रहे 11 हजार मजदूर वापस आ जायेंगे। इसके साथ ही अन्य प्रदेशों से श्रमिकों को वापस लाने का कार्यक्रम भी जारी रहेगा। इन मजदूरों को 14 दिन तक पृथकवास में रखा जायेगा। इसके लिए बड़ी संख्या में शेल्टर होम तैयार करने के निर्देश दिये गये हैं जहां भोजन एवं शौचालय की सुचारु व्यवस्था की जाएगी।
हरियाणा में शेष बचे चिह्नित श्रमिकों को रविवार की सुबह हरियाणा रोडवेज की 330 बसें प्रदेश लेकर आएंगी। परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश सरकार ने अभी हरियाणा के श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने की ज़िम्मेदारी उन पर डाली है। अभी फिलहाल यही निर्देश दिए गए हैं। आगे सरकार भविष्य में प्रदेश के आसपास के राज्य - मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड व बिहार के भी श्रमिकों को उनके घरों तक पहुंचने की ज़िम्मेदारी दे सकती है।