उत्तर प्रदेश: कोविड-19 अस्पतालों में तैयार किए 7 हजार आइसोलेशन बेड
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की तादाद के मद्देनज़र तेजी से कोविड-19 अस्पतालों को तैयार किया जा रहा है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने सरकारी व निजी मेडिकल कालेजों के तहत लेविल- 3 और लेविल-2 के इन कोविड अस्पतालों में 2000 आइसोलेशन बेड तैयार कर लिए हैं।
प्रदेश अभी तक लेविल-तीन का लखनऊ के पीजीआई के ट्रामा सेंटर में एक ही 200 बेड का कोविड-19 का डेडीकेटेड अस्पताल था, अब ऐसे ही प्रदेश के विभिन्न शहरों में पांच और बन गए हैं। सातवां एक और डेडीकेटेड कोविड अस्पताल लखनऊ के डा. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट से जुड़े शहीद पथ स्थित मातृ एवं शिशु अस्पताल में खुलने जा रहा है।
इन सभी अस्पतालों की खासियत यह है कि 200 बेड में से 20 फीसदी वेंटीलेटर युक्त बेड हैं यानि 40 वेंटीलेटर युक्त बेड बनाए गए हैं। इससे मरीज की हालत बिगड़ने पर मरीज को वेंटीलेटर पर शिफ्ट किया जा सके।
ये सभी लेविल 3 के डेडीकेटेड कोविड-19 के अस्पताल विभिन्न शहरों के नए भवनों में स्थापित किए गए हैं। मेरठ मेडिकल कालेज में प्रधानमंत्री जन स्वास्थ्य योजना के तहत बनाए गए भवन में 200 बेड का कोविड अस्पताल तैयार किया गया है। इसी तरह झांसी मेडिकल कालेज में 200 बेड का अस्पताल बनाया गया है। सैफई के आयुर्विज्ञान संस्थान, प्रयागराज मेडिकल कालेज व गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में भी 200-200 बेड के डेडीकेटेड कोविड अस्पताल बनाए गए हैं। इन सभी अस्पतालों में 40-40 वेंटीलेटर वाले बेड हैं।
इसी तरह लेविल 2 के 65 कोविड अस्पताल 24 सरकारी और 28 निजी मेडिकल कालेजों में तैयार किए गए हैं। इन मेडिकल कालेजों में 100-150 बेड के कोविड अस्पताल बनाए गए हैं। अस्पतालों में 10 फीसदी वेंटीलेटर युक्त बेड तैयार किए गए हैं। यानि हर अस्पताल में 20-20 वेंटीलेटर युक्त बेड हैं।