स्वास्थ्य परीक्षण के बाद होम क्वारंटाइन होंगे राजस्थान के कोटा से यूपी लाए गए छात्र
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ, राजस्थान के कोटा में पढ़ाई कर रहे छात्रों की परेशानी को देखते उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उनकी मदद को कदम बढ़ाया है। जिस तरह से पूर्व में सरकार दिल्ली बॉर्डर से मजदूरों को लाई थी, ठीक उसी प्रकार अब छात्रों को कोटा से लाया जा रहा है। परिवहन निगम की बसों से जो छात्र लाए जा रहे हैं, उनके स्वास्थ्य को लेकर भी सरकार पूरी तरह सतर्क है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि इन सभी छात्रों की कोरोना टेस्टिंग के साथ ही पूरा स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है। टेस्टिंग तीन जगह से कराई जा रही है। जांच-परीक्षण के बाद सभी छात्रों को होम क्वारंटाइन किया जाएगा।
प्रयागराज में कोटा से लाए गए विद्यार्थी किए गए क्वारंटाइन
शनिवार रात प्रयागराज पहुंची बसों में आए विद्यार्थियों को अलग-अलग गेस्ट हाउस में क्वारंटाइन किया गया है। सीएमओ डॉ. जीएस बाजपेई ने कहा कि सभी छात्र-छात्राओं को घर भेजने से पहले उनका रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट कराया जाएगा। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक 317 विद्यार्थियों को रात 10 बजे तक लाया गया था।
झांसी में जांच के बाद रवाना की गई बसें
बसों द्वारा कोटा (राजस्थान) से लाए गए विद्यार्थियों का पहले पड़ाव झांसी पहुंचने पूर्व से प्रशासन द्वारा निर्धारित चार जांच केंद्रों पर इनकी स्क्रीनिंग व स्वास्थ्य जांच की गई। 105 से अधिक बसों से झांसी, गोरखपुर-बस्ती मंडल व प्रयागराज व अन्य जिलों के लगभग 2700 छात्र-छात्राएं शनिवार को झांसी पहुंचे थे। जांच के बाद झांसी के 120 से अधिक विद्यार्थियों को पैरामेडिकल कालेज में क्वारंटाइन कर दिया गया। जबकि अन्य बसों को प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी व अन्य गंतव्य के लिए रवाना करने का कार्य देर रात तक जारी रहा।
गोरखपुर-बस्ती मंडल के एक हजार छात्र आज पहुंचेंगे
कोटा में तैयारी कर रहे गोरखपुर और बस्ती मंडल के करीब एक हजार विद्यार्थियों को विद्यार्थियों को बसों द्वारा लाया जा रहा है। जिलों में इनके स्वास्थ्य परीक्षण की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कोटा से आगरा व झांसी के रास्ते प्रदेश के छात्रों को लाया जा रहा है। दोनों शहरों में उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। गोरखपुर जिले में जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन ने एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता के साथ मिलकर सहजनवा में तैयारियों का जायजा लिया। गोरखपुर में छात्रों की जांच कालेसर जीरो प्वाइंट पर की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम लगाई गई है। यहीं से गोरखपुर के छात्रों को गीडा के विभिन्न तकनीकी संस्थाओं के छात्रावासों में पहुंचाया जाएगा।