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तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों के कारण यूपी में बढ़े एक तिहाई कोरोना पॉजिटिव केस - CM योगी आदित्यनाथ

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। कोरोना वायरस के बढ़ते जानलेवा संमक्रण के बीच में भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास की चहुंओर प्रशंसा हो रही है। देश में सबसे बड़ी जनसंख्या वाले राज्य उत्तर प्रदेश में अभी तक 12 मौत तथा 755 पॉजिटिव केस में तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों की संख्या एक तिहाई से भी अधिक है। इसके बाद भी कोरोना वायरस के संक्रमण पर लगाम लगाने में सफल रहने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ के प्रयास को मॉडल माना जा रहा है।

करीब 33 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से अब तक 12 मौत हुई है जबकि 755 पॉजिटिव केस को ठीक करने के प्रयास जारी है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 15 मार्च को पहला पॉजिटिव केस सामने आया था जबकि पहली मौत 15 अप्रैल को हुई है। यहां पर भी पॉजिटिव की संख्या में इजाफा करने के जिम्मेदार तब्लीगी जमाती तथा उनसे जुड़े लोग हैं। इतनी विषय परिस्थिति में भी सीएम योगी आदित्यनाथ की सख्त मॉनिटिरिंग के कारण हालात बेहद भयावाह नहीं हो पा रहे हैं। यह साबित हो चुका है कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार तथा मशीनरी बेहतर काम कर रही है। इसके साथ ही जानकारियों का तंत्र भी दुरुस्त नजर आ रहा है।

यूपी में तब्लीगी जमात के कारण मामले बढ़े
सीएम योगी आदित्यनाथ यह कहने में संकोच नहीं करते हैं कि तब्लीगी जमात के कारण उत्तर प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव के मामले बढ़े हैं, नहीं तो यहां पर मामले सीमित रहते। राज्य में जितने भी कोरोना पॉजिटिव मामले मिले हैं, उनमें से एक तिहाई तब्लीगी जमात के संपर्क हुए हैं। इस मामले में सबसे बड़े दोषी दिल्ली मरकज से जुड़े लोग हैं, जिन्होंने इतनी बड़ी संख्या में लोगों को वहां छिपा रखा था। इससे ज्यादा अति तो उनका कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद इलाज न कराना है। वह लोग डॉक्टरों और नर्सों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे जिसकी वजह से हमारी सरकार को कड़े फैसले लेने पड़े। इसके अब पॉजिटिव रिजल्ट सामने आ रहे हैं।

सुबह से ही संभाल लेते हैं मोर्चा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर मोर्चे पर डटे रहते हैं। सुबह आठ बजे से अपनी कोर टीम के रोज बैठक करने के साथ ही अपने निर्देशों के पालन की पल-पल की जानकारी की चिंता उनको रहते है। इसके साथ वह लगातार जिलों के अधिकारियों से संपर्क में हैं और तैयारियों का फीडबैक लेते रहते हैं। इसके साथ ही नोएडा व गाजियाबाद का दौरा करने के बाद आगरा व मेरठ के हर क्षेत्र की जानकारी प्रतिदिन ले रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वीकार करते हैं कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के एक तिहाई से अधिक केस केस तबलीगी जमात से जुड़े हैं। तब्लीगी जमात के कारण राज्य में मामले बढ़े हैं, नहीं तो यहां पर मामले सीमित रहते। राज्य में जितने भी कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले मिले हैं, उनमें से एक तिहाई तब्लीगी जमात के सम्पर्क हुए हैं।

आगरा में पहली फिजिकल डिस्टेंसिंग
योगी आदित्यनाथ मानते हैं कि प्रदेश सरकार आगरा में फिजिकल डिस्टेंसिंग लागू करने में सफल रही है। यह देश के लिए एक मॉडल के रूप में उभरा है। कोरोना वायरस के पहले क्लस्टर की पहचान के बाद राज्य सरकार ने बेहतर रणनीति अपनाई और सभी हॉटस्पॉटों की पहचान की गई। एक रेपिड रिस्पॉन्स टीम बनाई गई। हर जिले में बड़ी मात्रा में सैंपलिंग की गई और एक कॉल सेंटर बनाया गया। इस दौर में लॉकडाउन के दौरान किसी को भी परेशानी न हो, इसके लिए होम डिलीवरी सुनिश्चित की गई और घरों का चिह्नीकरण किया गया। 
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