मेडिकल टीम-पुलिस से बदसलूकी पड़ेगी महंगी, दंगाई मान सख्ती से निपटेगी पुलिस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ, चीन से निकलने के बाद जानलेवा कोरोना वायरस संक्रमण के मामले भारत के साथ उत्तर प्रदेश में बेहद तेजी से बढ़े हैं। देश भर में लॉकडाउन के बीच में तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों के कारण इसपर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इसी बीच लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने वाली पुलिस टीम तथा स्वास्थ्य परीक्षण करने वाली मेडिकल टीम के साथ बदसलूकी भी बढ़ी है। मामला हद से अधिक होने के कारण अब यूपी पुलिस इस तरह के लोगों से दंगाइयों की तरह निपटेगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार प्रदेश की हर गतिविधि पर नजर रखने के साथ ही मामलों का निस्तारण भी कर रहे हैं। मुरादाबाद में हॉटस्पॉट में स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिस पर हमले तथा पथराव के बाद मुख्यमंत्री बेहद खफा है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश है कि इस तरह के उपद्रवियों के साथ अब दंगा करने वाले लोगों की तरह ही निपटा जाएगा। अगर कहीं पर भी अभद्रता तथा पथराव या अन्य हिंसा की घटना होने पर पुलिस अब सभी उपद्रवियों के खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लेगी।
प्रदेश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में भी लॉकडाउन तोडऩे वालों और पुलिस के साथ बदसलूकी करने वाले उपद्रवियों से अब यूपी पुलिस दंगाइयों की तरह निपटेगी। अब प्रदेश पुलिस बॉडी प्रोटेक्टर और दंगा रोकने के पूरे संसाधनों से लैस होगी। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने पुलिस आयुक्तों, एडीजी जोन, आईजी जोन और पुलिस कप्तानों को निर्देश दिए हैं कि वह सभी लोग अपनी तैयारी पूरी रखें। पुलिस को सलाह दी गई है कि तलाशी अभियान या फिर मेडिकल टीम के साथ गली-मोहल्ले में दंगारोधी उपकरणों, बैटन, हेलमेट और बॉडी प्रोटेक्टर पहनकर ड्यूटी दें। पुलिसकर्मियों को सलाह दी गई है कि चाहे गली मोहल्ला हो, या फिर संवेदनशील इलाका, पुलिसकर्मी सभी सुरक्षा उपकरणों के साथ तलाशी और गश्त करे।
स्वास्थ्यकर्मियों से बदसलूकी इस एक्शन की बड़ी वजह मानी जा रही है। मुरादाबाद में कोरोना जांच करने गई मेडिकल टीम पर हुए हमले के मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया कि ड्रोन कैमरों की मदद से पकड़े गए लोगों की पहचान की गई थी।
जमात के कार्यक्रम में शामिल होने वाले कराएं टेस्ट, वरना एक्शन
डीजीपी अवस्थी ने कहा कि प्रदेश में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी लोग सामने आ जाएं और मेडिकल टेस्ट करा लें। यह तो समाज के हित में है और उनके स्वयं के भी हित में है। ऐसे सभी लोग अपना मेडिकल टेस्ट करा लें, जिनका लिंक मरकज से है। अगर किसी भी जिले में इसको छुपाने की बात पता चली या फिर किसी ने ऐसे लोगों को आश्रय दिया है तो कानूनी एक्शन होगा।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा कि उन सभी लोगों का मेडिकल टेस्ट होगा, जिनका लिंक तबलीगी जमात के मरकज से मिल रहा है। हमने तमाम माध्यमों से उन तक सूचना पहुंचाई है कि जो भी लोग हैं वह सामने आ जाएं और मेडिकल टेस्ट के लिए तैयार हो जाएं। इसके अलावा जो जानकारी मिल रही है उसके हिसाब से हम कार्रवाई कर रहे हैं।