उत्तर प्रदेश के मदरसे में पढ़ने वाले बिहार के आठ छात्रों में कोरोना वायरस, दिल्ली मरकज से लौटा था मौलवी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक मदरसे में पढ़ने वाले आठ छात्रों को कोरोना वायरस हो गया है। यह सभी छात्र बिहार के कटिहार जिले के हैं। बताया जा रहा है कि मदरसे का मौलवी कुछ दिन पहले ही दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से लौट कर आया था। उसे भी कोविड -19 का संक्रमण था। ये सभी छात्र मौलवी के सीधे संपर्क में थे। वहीं दूसरी ओर कानपुर में कोरोना से पहली मौत के बाद हड़कंप मच गया है। मरने के बाद युवक की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव निकली है। कर्नलगंज निवासी युवक का तीन दिन तक एक नर्सिंग होम में इलाज चला, पर हालत बिगड़ने पर उसे हैलट के न्यूरो कोविड-19 आईसीयू में भर्ती कराया गया था। सोमवार देर रात उसकी सांसें थम गईं और रात में ही शव दफना दिया गया।
तबलीगी जमात के कोरोना पॉजिटिव मौलवी के सीधे संपर्क में आए मछरिया नौबस्ता स्थित शेख हिदायतुल्ला मदरसे के आठ छात्रों की जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की कोरोना लैब ने रिपोर्ट दोपहर 3:10 बजे जारी की है। सभी बिहार के कटिहार के रहने वाले हैं। 2 दिन पहले इनके सैंपल लिए गए थे। शुक्रवार से सभी नारायणा मेडिकल संस्थान में क्वारंटीन हैं। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 लैब में सोमवार को 43 संदिग्धों के सैंपल लिए गए थे। उसमें से 17 मदरसे के छात्रों के थे। मेडिकल कॉलेज में सोमवार देर रात आई रिपोर्ट में 12 छात्रों के नमूनों की रिपोर्ट पर संदेह जताया गया। इस पर अस्पताल और कॉलेज प्रशासन से विचार करने के बाद इनकी दोबारा जांच कराई गई, जिसमें आठ संक्रमित मिले। मेडिकल कॉलेज प्राचार्य प्रो. आरती लालचंदानी ने बताया कि डीएम और सीएमओ को अवगत करा दिया गया है।
यूपी में 41 नए मरीज सामने आए :
उत्तर प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 657 हो गई है। मंगलवार को 41 नए मरीज सामने आए हैं। इनमें से 49 पूरी तरह स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। पिछले 24 घंटे में चार और लोग की मृत्यु कोरोना से हुई है। इस महामारी से प्रदेश में अब तक 9 लोगों की मृत्यु हुई है। इनमें से ज्यादातर लोग पहले ही गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे।
कोविड अस्पतालों में तैयार किए 7 हजार आइसोलेशन बेड
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की तादाद के मद्देनज़र तेजी से कोविड-19 अस्पतालों को तैयार किया जा रहा है। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने सरकारी व निजी मेडिकल कालेजों के तहत लेविल- 3 और लेविल-2 के इन कोविड अस्पतालों में 2000 आइसोलेशन बेड तैयार कर लिए हैं। प्रदेश अभी तक लेविल-तीन का लखनऊ के पीजीआई के ट्रामा सेंटर में एक ही 200 बेड का कोविड-19 का डेडीकेटेड अस्पताल था, अब ऐसे ही प्रदेश के विभिन्न शहरों में पांच और बन गए हैं। सातवां एक और डेडीकेटेड कोविड अस्पताल लखनऊ के डा. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट से जुड़े शहीद पथ स्थित मातृ एवं शिशु अस्पताल में खुलने जा रहा है।