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जमातियों ने ढोया कोरोना वायरस, कामगारों ने बचाई जान

गाजीपुर न्यूज़ टीम, बागपत, पूर्वांचल और बिहार के लाखों कामगारों का सैलाब बागपत में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से गुजरा। दूसरे राज्यों से हजारों कामगारों ने बागपत वापसी की, लेकिन इनमें न कोई खुद कोरोना की चपेट में आया और न बागपत में किसी दूसरे की जान जोखिम में डाली। वहीं जमातियों के कोरोना पॉजिटिव होने के कारण बागपत देश के रेड जोन में शामिल होकर शर्मिंदगी झेलने को मजबूर है।

लॉकडाउन लागू होने पर हरियाणा, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, कश्मीर, तमिलनाडू, केरल, पंजाब, चंडीगढ़, आसाम, अरुणाचल, हिमाचल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से 2902 कामगारों ने बागपत में घर वापसी की। बागपत के 282 गांव और आठ कस्बों में शायद ही कोई ऐसा गांव या कस्बा होगा, जहां प्रवासी कामगारों ने घर वापसी न की हो। जहां इन कामगारों में एक-एक व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच हुई, वहीं प्रशासन ने प्रत्येक कामगार को क्वारंटाइन कराया।

इनमें चौदह दिन पूरे होने पर 2604 प्रवासी कामगारों का क्वारंटाइन खत्म हो गया है। बाकी 298 कामगारों का क्वारंटाइन जारी है। जब इन कामगारों ने घर वापसी की तो इनकी थर्मल स्क्रीनिग भी हुई। बावजूद इसके हर कोई घर लौटे कामगारों को शक की निगाह से देख रहा था कि कहीं हमारी जान खतरे में न डाल दें, मगर इनमें कामगारों में कोई पॉजिटिव नहीं निकला। कई कामगारों ने कहा कि हमने घर वापसी में कोरोना से बचाव को सावधानी भी बरती है।


वहीं 28 नेपालियों समेत 249 जमातियों को बागपत में क्वारंटाइन किया, लेकिन जांच में 13 नेपाली जमाती कोरोना पॉजिटिव मिले जिनके कारण रटौल की मस्जिद का मौअज्जम भी कोरोना की चपेट में आ गया है। जमातियों से रटौल, असारा, अशरफाबाद थल और ओसिक्का गांव हॉट स्पॉट बनने से तनाव झेल रहे हैं। साफ है कि जमाती नहीं आते तो बागपत में 15 लाख बाशिदों को लॉकडाउन की सख्ती न सहनी पड़ती। डीपीआरओ कुमार ने कहा कि कामगार शारीरिक मेहनत करते हैं और समय रहते ही हमनें उन्हें क्वारंटाइन करा दिया जिससे कोरोना की संभावना खत्म हो गई। इनमें प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा

बागपत सीएचसी के अधीक्षक डा. विभाष राजपूत की माने, कामगारों में कोरोना संक्रमण न होने के दो कारण है। एक मजदूर पैदल चलकर आए जिससे शरीर की गर्मी के साथ ही मौसम की गर्मी के कारण कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं हो पाया। इसके अलावा कामगारों की प्रतिरोधक क्षमता अन्य के मुकाबले अधिक होती है। इस कारण भी कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं हो पाया। विदेश से लौटे 64 लोग सही

इटली, दुबई, चीन, अमेरिका, मलेशिया, बैंकॉक, बंग्लादेश और भूटान से लौटे 65 लोग बागपत के थे, लेकिन इनमें एक युवक जांच में कोरोना पॉजिटिव मिला जो ठीक होकर घर लौट आया है।


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