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कोरोना की दहशत: हॉटस्पॉट मदनपुरा से BHU पहुंची गर्भवती को छूने से भी इनकार, वार्ड के बाहर स्ट्रेचर पर प्रसव

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी में कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आने के बाद सील किये गये मदनपुरा को लेकर अजीब सी दहशत फैली हुई है। मदनपुरा का नाम सुनकर कोरोना के डर से गर्भवती महिला को बीएचयू के स्त्रीरोग वार्ड में छूने से ही इनकार कर दिया गया। उसे भर्ती नहीं किया गया। करीब दो घंटे तक वार्ड के बाहर ही दर्द से तड़पती रही महिला ने स्ट्रेचर पर ही बच्चे को जन्म दे दिया।

मदनपुरा की रहने वाली फौजिया को बुधवार रात प्रसव पीड़ा शुरू हुई। घर के लोगों ने 108 नंबर एबुंलेंस पर कॉल की। घर के एक पुरुष सदस्य के साथ फौजिया को बीएचयू अस्पताल लाया गया। फौजिया के देवर के अनुसार किसी तरह स्ट्रेचर का इंतजाम करके हम फौजिया को प्रसूति विभाग के वार्ड तक लाया गया। फौजिया के देवर अंबर के अनुसार वार्ड से निकली एक नर्स ने पूछा कहां से आई हो। मदनपुरा बताते ही नर्स ने कहा कि यहां प्रसव नहीं होगा। आरोप है कि नर्स ने यह भी कहा कि कोरोना संक्रमण लेकर आई हो। घर वालों ने नर्स से लाख मिन्नत की लेकिन वह टस से मस नहीं हुई।  

दोबारा एम्बुलेंस वाले के पास पहुंचे और किसी निजी अस्पताल लेकर चलने को कहा। इस पर उसने भी यह कहते हुए इनकार कर दिया कि पहले यहां से रेफर होगा तभी जा सकेंगे। परिवार वालों ने नर्स से रेफर स्लीप ही देने की गुहार लगाई ताकि निजी अस्पताल ले जा सकें। लेकिन उसने रेफर स्लीप भी देने से इनकार कर दिया। कहा कि एडमिट ही नहीं किया गया तो रेफर कहां से करेंगे। 

इन सब के बीच ही प्रसूति वार्ड के बाद रात ढाई बजे फौजिया को तेज दर्द उठा और स्ट्रेचर पर ही उसने बच्चे को जन्म दे दिया। परिजन दोबारा वार्ड तक गए लेकिन कोई बाहर नहीं आया। अस्पताल में ही काम करने वाले लोगों की मदद मांगी तो एक कर्मचारी ने नस काटकर जच्चा-बच्चा को अलग किया। काफी गुहार के बाद एक नर्स ने आकर सफाई की लेकिन भर्ती करने से मना कर दिया। जब परिजन हार गए तो निजी एम्बुलेंस से जच्चा-बच्चा को लेकर घर आए। फिलहाल दोनों की हालत ठीक बताई जा रही है। वहीं पूरे मामले पर बीएचयू ने आरोपों को बेबुनियाद बताया। पीआरओ डॉ. राजेश सिंह ने कहा कि नर्स व डॉक्टरों ने सहयोग किया। लेबर रूम में महिला को अटेंड किया गया। डॉक्टरों ने भी बच्चे की सेहत जांची। नार्मल डिलेवरी का केस था इसलिए प्रसूता स्वयं भर्ती नहीं होना चाहती थी।

कोरोना पॉजिटिव महिला के घर की बहू भी तड़पती रही
बीएचयू अस्पताल में बुधवार को दिन में बजरडीहा में कोरोना पॉजिटिव मिली महिला के घर की गर्भवती बहू को भी डॉक्टरों ने भर्ती करने से मना कर दिया था। महिला दर्द से तड़प रही थी, लेकिन रिपोर्ट के इंतजार में डॉक्टर उसे देख नहीं रहे थे। बाद में सीएमओ के हस्तक्षेप के बाद महिला को भर्ती किया गया और उसकी नॉर्मल डिलीवरी हुई। 

उमरा करके लौटी बजरडीहा निवासी महिला के देवर की बहू को बुधवार दिन में प्रसव पीड़ा शुरू हुई। परिजन उसे लेकर शिवपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां से उसे जिला महिला अस्पताल कबीरचौरा के लिए रेफर कर दिया गया। जिला महिला अस्पताल में चिकित्सकों ने आईसीयू की कमी बताकर उसे बीएचयू अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। वहां पहुंचे पर डॉक्टरों को जैसे इसकी जानकारी हुई कि महिला पॉजिटिव मरीज के परिवार से है। उन्होंने इलाज करने से हाथ खड़े कर दिये। परिवार के लोगों के बार-बार ये कहने पर जांच में गर्भवी महिला निगेटिव है तो डॉक्टर उसकी रिपोर्ट मांगने लगे। इस दौरान वह भी दर्द से तड़प रही थी।  इसके बाद सीएमओं ने फोन कर कहा कि महिला की रिपोर्ट निगेटिव है। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया। वहां पर महिला ने नॉर्मल बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद महिला को गुरुवार को डिस्चार्ज कर दिया, लेकिन उसकी सास को क्वारंटीन सेंटर भेजा गया है। 
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